सार
कोरोना महामारी के दौरान जहां ज्यादातर उद्योगपतियों का कारोबार लड़खड़ा रहा है, देश के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने 10 अरब डॉलर (करीब 64000 करोड़ रुपए) जुटा लिए हैं।
बिजनेस डेस्क। कोरोना महामारी के दौरान जहां ज्यादातर उद्योगपतियों का कारोबार लड़खड़ा रहा है, देश के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने 10 अरब डॉलर (करीब 64000 करोड़ रुपए) जुटा लिए हैं। बता दें कि शुक्रवार को अमेरिका की केकेआर एंड कंपनी (KKR & Co) जियो में 113.7 अरब रुपए (1.5 अरब डॉलर) का निवेश करने की घोषणा की है। केकेआर जियो की 2.3 हिस्सेदारी खरीद रही है।
क्यों बेच रहे हिस्सेदारी
सवाल है कि मुकेश अंबानी जियो की हिस्सेदारी क्यों बेच रहे हैं। दरअसल, मुकेश अंबानी ने मार्च, 2021 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज को पूरी तरह कर्जमुक्त कंपनी बनाने का फैसला किया है। अभी रिलायंस पर 20 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्ज है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के कारोबारों में ऑयल, रिटेल और टेलिकॉम का प्रमुख स्थान है। जियो रिलायंस की टेलिकॉम यूनिट है। इसके पहले मुकेश अंबानी फेसबुक, सिल्वर लेक और जनरल अटलांटिक को भी जियो की हिस्सेदारी बेच चुके हैं।
कंज्यूमर बिजनेस पर करेंगे फोकस
मुकेश अंबानी अब पेट्रोलियम बिजनेस से धीरे-धीरे कंज्यूमर बिजनेस की तरफ आना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों में उन्होंने कंज्यूमर बिजनेस पर ज्यादा जोर दिया है। यही वजह है कि वे रिटेल और टेलिकॉम सेक्टर में बिजनेस के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले कर रहे हैं। आईडीबीआई कैपिटल मार्केट सर्विसेस के इंस्टीट्यूशनल रिसर्च हेड सुदीप आनंद का कहना है कि मुकेश अंबानी रिलायंस को ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्राइवेट इक्विटी कंपनियां जियो में इन्वेस्टमेंट करने के लिए तैयार हैं।
रिटेल बिजनेस के लिए बनाया बड़ा प्लान
मुकेश अंबानी ने रिटेल बिजनेस के लिए बड़ी योजना तैयार की है। उन्होंने छोटे दुकानदारों को जोड़ने की योजना बनाई है। रिलांयस रिटेल रिलांयस इंडस्ट्रीज की रिटेल इकाई है, जिसकी ग्रोथ हाल के वर्षों में अच्छी रही है। अंबानी ई-कॉमर्स के क्षेत्र में भी आना चाहते हैं। दुनिया की कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भारत के कंज्यूमर मार्केट में काफी संभावनाएं दिख रही हैं। यही वजह है कि अमेजन और वॉलमार्ट ने भी इसमें काफी निवेश किया है। मुकेश अंबानी भी इस क्षेत्र में पीछे नहीं रहना चाहते।