सार

सरकार एक ओर अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती से निपटने की कोशिश कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर WTO में देश को अमेरिका के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा। घरेलू निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं के मामले में अमेरिका के खिलाफ दायर मुकदमे में देश को हार का सामना करना पड़ा। WTO ने फैसले में कहा कि भारत का घरेलू निर्यात प्रोत्साहन योजना ने वैश्विक व्यापार के मानदंडों का उल्लंघन किया है। 
 

वाशिंगटन. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइथाइजर ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) के विवाद निपटान समिति के फैसले का बृहस्पतिवार को स्वागत किया जिसने भारत की घरेलू निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं को वैश्विक व्यापार नियमों के विरुद्ध ठहराया। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका की जबर्दस्त जीत है।

भारत को बृहस्पतिवार को उस मामले में हार झेलनी पड़ी जो अमेरिका ने घरेलू निर्यात प्रोत्साहन के खिलाफ डब्ल्यूटीओ के समक्ष दायर किया था। विवाद निपटान समिति ने फैसला दिया कि ये योजनाएं अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के विरुद्ध हैं।

फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए लाइथाइजर ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में यह सुनिश्चित करने के लिए हर उपलब्ध साधन का इस्तेमाल किया जा रहा है कि अमेरिकी कामगारों को प्रतिस्पर्धा में बराबरी के मौके मिलें।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)