सार
217 अरब डॉलर के रिलायंस साम्राज्य (Reliance Empire) के लिए वो कौन सा मॉडल होगा, अभी तक इसकी घोषणा नहीं हुई है। ना ही अभी यह तय हुआ है कि किस बच्चे को क्या दिया जाएगा, लेकिन ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट (Bloomberg Report) के अनुसार तीनों बच्चों को अलग-अलग कारोबार का प्रमुख बनाया जा सकता है, जिस पर मुकेश अंबानी का सबसे ज्यादा फोकस है।
बिजनेस डेस्क। संपत्ति बंटवारे का जो विवाद मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने अपने समय पर देखा, उस दौर से उनके तीनों बच्चों को ना गुजरना पड़े, इसके लिए संपत्ति बंटवारे की फुल प्रूफ योजना (Mukesh Ambani Succession Plan) बनाने की तैयारी वो कर रहे हैं। 217 अरब डॉलर के रिलायंस साम्राज्य (Reliance Empire) के लिए वो कौन सा मॉडल होगा, अभी तक इसकी घोषणा नहीं हुई है। ना ही अभी यह तय हुआ है कि किस बच्चे को क्या दिया जाएगा, लेकिन ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट (Bloomberg Report) के अनुसार तीनों बच्चों को अलग-अलग कारोबार का प्रमुख बनाया जा सकता है, जिस पर मुकेश अंबानी का सबसे ज्यादा फोकस है।
बना सकते हैं ट्रस्ट
रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक ट्रस्ट भी तैयार किया जा सकता है। इस ऑप्शन पर भी मुकेश अंबानी विचार कर रहे हैं। इस ट्रस्ट के बोर्ड में मुकेश अंबानी, पत्नी नीता अंबानी और आकाश, ईशा और अनंत शामिल हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर रिलायंस ग्रीन एनर्जी पर फोकस कर रही है। इस प्रोजेक्ट में कॉस्ट ऑफ कैपिटल की काफी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। जिस तरह कंपनी ने रिफाइनिंग से मिले कैश से टेलिकॉम पर बड़ा मुकाम हासिल किया है। उसी तरह से डिजिटल बिजनस और रिटेल से हो रहे मुनाफे के दम पर ग्रीन एनर्जी में कमाल कर सकती है।
रिलायंस के यह तीन बिजनेस बन सकते हैं प्रमुख बिजनेस
आने वाले दिनों में रिलायंस के लिए मोबाइल इंटरनेट, रिटेल और न्यू एनर्जी प्रमुख कारोबार बन सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार इनमें 80 फीसदी मुनाफा दुनिया की 10 फीसदी टॉप कंपनियों के पास जाएगा। मुकेश अंबानी दो साल पहले ही रिलायंस को कर्ज मुक्त बना चुके हैं और उसके पास इन क्षेत्रों में अवसरों का फायदा उठाने का मौका है।
यह भी पढ़ें:- Petrol Diesel Price Today, 05 Jan 2022: 80 डॉलर पहुंचा कच्चे तेल का भाव, फ्यूल प्राइस में नहीं हुआ बदलाव
देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी जियो
रिलायंस की टेलीकॉम कंपनी जियो देश का सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर बन चुका है। रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड ने सस्ता स्मार्टफोन बनाने के लिए अल्फाबेट इंक की गूगल के साथ करार किया है। डाटा की बढ़ती मांग और टैरिफ में तेजी से जियो को फायदा होगा।
रिटेल कारोबार में जबरदस्त कांपटीशन
रिटेल सेक्टर में जियो के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं। रिलायंस ने इसमें अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए वाट्सएप के साथ हाथ मिलाया है। देश के ई-कॉमर्स में वर्चस्व स्थापित कररने के लिए फ्यूचर ग्रुप को खरीदने की प्लानिंग की थी, लेकिन मामला कोर्ट में अटका हुआ है। रिटेल में रिलायंस का मुख्य मुकाबला अमेजन से है।
यह भी पढ़ें:- Gold And Silver Price Today: सोना 48 हजार रुपए के करीब, चांदी में गिरावट, फटाफट जानिए फ्रेश प्राइस
न्यू एनर्जी कारोबार
न्यू एनर्जी कारोबार में मुकेश अंबानी ने कदम रखा है। उनका सीधा मुकाबला गौतम अडानी से है। गौतम अडानी की योजना 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ी रिन्यूएबल्स प्रॉड्यूसर बनने का सपना देख रही है। जिसके लिए उन्होंने ग्रीन एनर्जी कारोबार में 70 अरब डॉलर का निवेश किया है। अंबानी ने ग्रीन एनर्जी सेक्टर में अगले तीन साल में 10 अरब डॉलर निवेश करने की योजना बनाई है।