सार

वित्तीय संकट से जूझ रहे प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक  ने एफपीओ (फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर) के जरिए  15 हजार करोड़ रुपए की पूंजी जुटाने की घोषणा की है। 

बिजनेस डेस्क। वित्तीय संकट से जूझ रहे प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक ने एफपीओ (फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर) के जरिए 15 हजार करोड़ रुपए की पूंजी जुटाने की घोषणा की है। यह इश्यू 15 जुलाई से खुलेगा और 17 जुलाई को बंद होगा। इसके लिए बेस प्राइस 12 रुपए प्रति शेयर तय की गई है। एफपीओ को लिए अधिकतम दर प्रति शेयर 13 रुपए होगी। इस तरह 2 रुपए के शेयर के लिए फ्लोर प्राइस 6 गुना और कैप प्राइस 6.5 गुना रखी गई है। कम से कम एक हजार शेयरों की बोली लगाई जा सकती है। इसके बाद यह हजार के मल्टीपल में बढ़ सकता है। बैंक ने पात्र कर्मचारियों के लिए एक रुपया प्रति शेयर की खास छूट की घोषणा की है। 

आधी कीमत पर मिलेंगे शेयर
यस बैंक के चीफ एग्जीक्यूटिव और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रशांत कुमार ने कहा कि एफपीओ से आने वाली 15 हजार करोड़ की पूंजी बैंक के दो साल की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगी। उन्होंने कहा कि लागत खर्च घटाने के लिए कर्मचारियों की संख्या कम की जा रही है। सरकार ने यस बैंक को बेलआउट पैकेज दिया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मार्च में बैंक मे पूंजीनिवेश किया था। यस बैंक में एसबीआई की हिस्सेदारी 49 फीसदी है। स्टेट बैंक के सेंट्रल बोर्ड ने यस बैंक के एफपीओ में अधिकतम 1,760 करोड़ रुपए तक के निवेश की मंजूरी दे दी है। यस बैंक अपने शेयर बंद भाव से करीब आधी कीमत पर बेच रहा है।

कॉरपोरेट कर्ज घटाने की है कोशिश
बैंक के चीफ एग्जीक्यूटिव और मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि बैंक में कॉरपोरेट गवर्नेंस के मुद्दों और फंसी हुई परिसंपत्तियों की पहचान कर ली गई है। उनका कहना है कि कोविड-19 की वजह से एक फीसदी पूंजी का प्रावधान करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि बैंक अपने लोन पोर्टफोलियो में कॉरपोरेट कर्ज को घटा कर 40 फीसदी करने की कोशिश कर रहा है, जो अभी 55 फीसदी है। 

एंकर निवेशकों के नाम घोषित किए जाएंगे
बैंक के चीफ एग्जीक्यूटिव और मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि एफपीओ के लिए एंकर निवेशकों के नाम मंगलवार की शाम को घोषित किए जाएंगे। हालांकि, इसके लिए एलआईसी और प्राइवेट इक्विटी फर्म का नाम जोर-शोर से चल रहा है, लेकिन प्रशांत कुमार ने कहा कि कुछ विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी इसमें दिलचस्पी दिखलाई है। यस बैंक ने महाराष्ट्र में कंपनी रजिस्ट्रार के समक्ष 7 जुलाई, 2020 को रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था।