सार

रिटायर होने के बाद नारायण भट ने आराम करने की नहीं सोची। उन्होंने पढ़ाई शुरू की और खूब मेहनतर की। उसी का नतीजा है कि कर्नाटक सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा परीक्षा में 94.88 प्रतिशत अंक लाकर स्टेट टॉप किया है। 

करियर डेस्क : उम्र कोई भी क्यों न हो लेकिन अगर पढ़ने का जज्बा है तो कुछ भी पॉसिबल है। जज्बे की यही कहानी बयां कर रहे हैं कर्नाटक (Karnataka) के नारायण भट (Narayan Bhat). 70 साल की उम्र में नारायण भट ने कर्नाटक सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा (Karnataka Civil Engineering Diploma) टॉप कर स्टेट टॉपर बने हैं। उन्होंने इस परीक्षा में कुल 94.88 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। 2 नवंबर, 2022 को आरएन शेट्टी पॉलिटेक्निक कॉलेज के ग्रेजुएशन समारोह में नारायण भट शामिल हुए, तब तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उनका जोरदार स्वागत किया गया। 

रिटायरमेंट के बाद स्टेट टॉपर बनें 
नारायण भट ने जो कारनामा किया है, वह युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने साल 1970 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कंप्लीट किया था। इसके बाद कर्नाटक और गुजरात में जॉब की। मैकेनिकल और सिविल विभागों की जिम्मेदारियों को संभालते हुए काम किया। साल 2019 में भट ने विशेष श्रेणी में आरएनएस पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन लिया था। पढ़ाई के दौरान वे अव्वल रहे और सभी सेमेस्टर में हाईएस्ट स्कोरर भी। भट ने मीडिया के एक सवाल पर कहा कि उनके पास योग्यता थी लेकिन कई बार उन्हें हस्ताक्षर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। इसी के चलते उन्होंने चुनौती स्वीकार की और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने की ठानी।

न पढ़ाई रोकी, न हौसला कम होने दिया
1953 में जन्मे नारायण भट ने साल 1973 में कारवार में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन लिया। उस साल उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दूसरी रैंक हासिल की थी। साल 2008 में भट बल्लारपुर इंडस्ट्रीज, जिसे अब सोलारिस केमटेक लिमिटेड नाम से जाना जाता है, वहां से रिटायर हुए। रिटायर होने के बाद पढ़ाई के प्रति उनकी इतनी लगन थी कि उन्होंने पढ़ाई नहीं रोकी। वर्तमान में वे बतौर सिविल कॉन्ट्रैक्टर काम कर रहे हैं।

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