सार
BHU New Course: नये शैक्षणिक सत्र से BHU में काशी अध्ययन में नया पोस्ट ग्रेजुएट स्पेशलाइज्ड कोर्स शुरू किया जा रहा है। कोर्स में प्राचीन शहर का इतिहास, त्यौहार, मेले, संस्कृति, धार्मिक महत्व, घाट, मंदिर समेत काशी के महत्व को बताया जाएगा।
करियर डेस्क: BHU New Course: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) अगले शैक्षणिक सत्र से 'काशी अध्ययन' में पोस्ट ग्रेजुएट स्पेशलाज्ड कोर्स शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कोर्स में प्राचीन शहर का इतिहास, त्यौहार, मेले, संस्कृति, धार्मिक महत्व, रहने का तरीका, घाट, मंदिर, राजनीतिक और सामाजिक यात्रा और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में काशी का महत्व शामिल होगा।
छह नए कोर्स शुरू होंगे
सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व डीन प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा के अनुसार, 'बीएचयू की अकादमिक परिषद ने हाल ही में आयोजित अपनी बैठक में छह नए कोर्स पारित किए, जिनमें 'काशी अध्ययन' भी शामिल है। ये इतिहास विभाग के स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रम हैं।' उनके अनुसार, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के प्रति प्रेम की प्रेरणा है जिसने बीएचयू में पीजी कोर्स का आकार ले लिया है।
नये कोर्स में क्या
सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व डीन प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा ने कोर्स तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अकादमिक परिषद द्वारा अनुमोदित अन्य नए पाठ्यक्रमों में मालवीय अध्ययन, डायस्पोरा और वैश्विक अध्ययन, विज्ञान और विज्ञान नीति का इतिहास, एशियाई अध्ययन और अभिलेखीय अध्ययन और प्रबंधन शामिल हैं।
कोर्स में छात्र काशी के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे
वैश्विक स्तर पर इसके बढ़ते महत्व और इसके परिवर्तन के कारण विशेष रूप से विदेशों में लोग काशी के बारे में जानना चाहते हैं। इतिहास विभाग के तहत काशी अध्ययन पर एक पूर्ण पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। पाठ्यक्रम में छात्र काशी के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे। कोर्स का चयन करने वाले छात्रों के लिए विषय के रूप में इतिहास और स्पेशलाइज्ड कोर्स के रूप में 'काशी अध्ययन' होगा।
ये भी पढ़ें
22 साल की उम्र में बने IIT प्रोफेसर, आज हैं बेरोजगार, कहां हैं तथागत ?
इस महिला ने IPS जॉब ठुकरा कर IRTS को चुना, आज हैं रेलवे बोर्ड की चीफ