सार

साल 2018 में बिहार सरकार ने कॉलेजों में शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति शुरू की थी। जिसमें एक लेक्चर के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 25 हजार रुपये महीने मानदेय देने का प्रावधान किया गया था।

करियर डेस्क. Bihar Guest Teachers: बिहार में शिक्षकों को लेकर एक खुशखबरी है। यहां राज्य विश्वविद्यालयों में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचर्स को हर महीने मानदेय का भुगतान शुरू हो जाएगा। यह जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विधान परिषद में दी।

शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा यूजीसी के प्रावधान के अनुसार राज्य विश्वविद्यालयों के तहत संचालित अंगीभूत व संबंद्ध महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों को मानदेय दिए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है। इसके तहत शिक्षकों को प्रति व्याख्यान न्यूनतम 1500 रुपये और अधिकतम 50 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे।

25 हजार पे गुजारा कर थे गेस्ट टीचर्स

शिक्षा मंत्री ने वीरेंद्र नारायण सिंह का ध्यान खींचते हुए ये जानकारी दी। उन्होने बताया, इसे एक माह में ही लागू कर दिया जाएगा। साल 2018 में बिहार सरकार ने कॉलेजों में शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति शुरू की थी। जिसमें एक लेक्चर के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 25 हजार रुपये महीने मानदेय देने का प्रावधान किया गया था। अब इसे बढ़ाकर अतिथि शिक्षकों को बड़ी राहत दी गई है।

लंबे समय से हो रही थी मांग

बिहार में पिछले कई सालों से गेस्ट टीचर्स मानदेय बढ़ाने और समय पर भुगतान की मांग करते आ रहे हैं। कई विश्वविद्यालयों के अतिथि शिक्षकों ने इसको लेकर प्रदर्शन भी किया था। इस फैसले से ऐसे शिक्षकों को काफी राहत मिलेगी।

यूजीसी ने 2019 में जारी किया था निर्देश

यूजीसी ने देश भर के विश्वविद्यालयों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों के मानदेय को लेकर 28 जनवरी 2019 को एक निर्देश जारी किया था। यूजीसी ने कहा था कि अतिथि शिक्षकों के लिए मानदेय 1000 से बढ़ाकर 1500 प्रति लेक्चर कर दिया जाए। अधिकतम हर महीने 50 हज़ार रुपए दिए जाएं।