सार

बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली शिवांगी प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आज नौसेना में पायलट के रूप में शामिल हो जाएंगी। बता दें, वह नौसेना की पहली महिला पायलट होंगी।

करियर डेस्क। जिन क्षेत्रों में पहले पुरुषों का ही एकधिकार था, अब महिलाएं भी उन क्षेत्रों में सफलता हासिल कर समाज को यह संदेश दे रही हैं कि वे भी पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं हैं और कठिन से कठिन चुनौती का सामना कर सकती हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली शिवांगी ने अपने हौसले और जज्बे से इसी बात को साबित किया है। प्रशिक्षण पूरा हो जाने के बाद आज वह नौसेना में पायलट के रूप में शामिल हो जाएंगी। बता दें कि वह नौसेना में शामिल होने वाली पहली महिला पायलट होंगी। 

शिवांगी ने शुरुआती पढ़ाई मुजफ्फरपुर में डीएवी पब्लिक स्कूल से की। वहां से हाईस्कूल की शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने सिक्किम की मणिपाल यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लिया। वहां से उन्हेंने बीटेक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने इंडियन नेवल अकादमी से शिक्षा हासिल की। उन्हें एझिमोला में 27 एनओसी कोर्स के एसएससी (पायलट) के रूप में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। पिछले साल उन्हें नौसेना में कमीशन मिला। यह कमीशन उन्हें वाइस एडमिरल एके चावला ने दिया। बात दें कि भारतीय नौसेना की एविएशन ब्रांच में पहले से ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल अफसर और हवाई जहाजों में ऑब्जर्बर के रूप में महिला अधिकारी कार्यरत हैं, लेकिन लेफ्टिनेंट का पद हासिल करने वाली शिवांगी डोर्नियर हवाई जहाजों को उड़ाने वाली पहली महिला पायलट होंगी। इस सफलता से उन्होंने एक इतिहास बनाया है। 

जहां तक एयरफोर्स की बात है, उसमें पहले से ही महिला पायलट कार्यरत हैं। खास बात यह है कि एयरफोर्स में भी इसी साल पहली महिला पायलट की नियुक्ति हुई। भावना कांत ने पायलट के रूप में इसी साल एयरफोर्स में ज्वाइन किया था। कुल मिला कर, यह एक अच्छा संकेत है। भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी के बढ़ने से समाज में सकारात्मक संदेश जा रहा है।