सार

इंटरव्यू में शत्रुघ्न सिन्हा ने गोविंदा की तारीफ करते हुए कहा, उन्होंने खुद को एक्टर के तौर पर बेहतर ढंग से स्थापित किया। उन्होंने कई चीजें सीखीं और इंडस्ट्री में अपने दम पर राज किया। खासकर उनकी डांसिंग और टाइमिंग कमाल की थी।

मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड में छिड़ी नेपोटिज्म की बहस थमने का नाम नहीं ले रही है। इसमें अब शत्रुघ्न सिन्हा भी शामिल हो गए हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में नेपोटिज्म के खिलाफ बोलने वाली कंगना रनोट का सपोर्ट किया था। शत्रुघ्न सिन्हा ने रिपब्लिक टीवी को दिए इंटरव्यू में गोविंदा का जिक्र करते हुए कहा कि उनके करियर को भी चंद लोगों ने जानबूझकर खराब कर दिया था। 

इंटरव्यू में शत्रुघ्न सिन्हा ने गोविंदा की तारीफ करते हुए कहा, उन्होंने खुद को एक्टर के तौर पर बेहतर ढंग से स्थापित किया। उन्होंने कई चीजें सीखीं और इंडस्ट्री में अपने दम पर राज किया। खासकर उनकी डांसिंग और टाइमिंग कमाल की थी। वो अपने आप में एक इंस्टिट्यूट बन गए। दुनिया भर के एक्टर उनसे प्रेरणा लेते हैं। लेकिन, जब गोविंदा की जिंदगी में बुरा दौर शुरू हुआ तो बॉलीवुड ने उनसे किनारा करना शुरू कर दिया था। उन्हें साइडलाइन किया जाने लगा। शत्रुघ्न सिन्हा के मुताबिक, गोविंदा खुद यह बात जानते थे कि किस तरह उनके चलते हुए प्रोजेक्ट पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था और उनकी जगह किसी और को ले लिया गया। 

इससे पहले एक इंटरव्यू में गोविंदा ने अपने करियर के संघर्ष पर बात की थी। उन्होंने कहा था, मैंने 21 साल की उम्र में बॉलीवुड में कदम रखा था। इससे बहुत पहले मेरे पेरेंट्स इंडस्ट्री छोड़ चुके थे। ऐसे में जब मैं यहां आया तो कई लोगों को पता ही नहीं था कि मेरे पेरेंट्स कौन थे और मेरा बैकग्राउंड क्या था। मुझे प्रोड्यूसर्स से मिलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था।

गोविंदा से कई लोगों ने कहा था कि वो इंडस्ट्री में ज्यादा नहीं टिक पाएंगे। गोविंदा ने बताया, मुझे यह बात मेरे मुंह पर बोली गई थी लेकिन मैं जानता था कि राज कपूर जी, अमिताभ बच्चन जी, विनोद खन्ना जी और राजेश खन्ना जी भी इस दौर से गुजरे थे। इंडस्ट्री में या तो आप कड़ी मेहनत करें, या फिर इस बात पर ध्यान दें कि लोग क्या कह रहे हैं।