सार

जावेद अख्तर और बीजेपी लीडर सुब्रमण्यम स्वामी के बीच छिड़ा ट्विटर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में दावा किया कि स्वामी को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से निकाला गया था। 

मुंबई। जावेद अख्तर और बीजेपी लीडर सुब्रमण्यम स्वामी के बीच छिड़ा ट्विटर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में दावा किया कि स्वामी को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से निकाला गया था। जावेद अख्तर ने लिखा, "स्वामी के मंदबुद्धि फैन्स ने मुझ पर कुछ मुल्लाओं का बचाव करने का आरोप लगाया है। मैं ऐसे लोगों को यही सलाह दूंगा कि पहले मेरे मैसेजेस को निष्पक्षता के साथ पढ़ें। खैर, मिस्टर स्वामी मुझे कभी डराने की कोशिश भी मत करना? यह काम नहीं करेगा। मैं फिर से कह रहा हूं कि आपको हार्वर्ड से निकाला गया था। अब जाओ और पतंग उड़ाओ।"

 

यह है पूरा मामला :
बता दें कि जावेद अख्तर और सुब्रमण्यम स्वामी के बीच झगड़ा 14 मार्च को तब शुरू हुआ, जब स्वामी ने ऑस्ट्रिया में 7 मस्जिदों को बंद किए जाने और 60 इमामों को निकाले जाने की खबर शेयर की। इस पर जावेद अख्तर ने जवाब दिया था, "ठीक वैसे ही, जैसे कि आपको हार्वर्ड से निकाला गया था। आप इसी लायक हैं और मैं इन इमामों को लेकर भी श्योर हूं। आप सभी नफरत फैलाने के लिए पंख फैलाते हैं।"

स्वामी ने दिया जवाब तो भड़के जावेद अख्तर : 
अख्तर के जवाब पर स्वामी ने तो कुछ नहीं कहा पर उनके प्रशंसक इस बात का दबाव बनाते रहे कि उन्हें जवाब देना चाहिए। इसके बाद स्वामी ने जावेद अख्तर को जवाब देते हुए लिखा, "क्या मेरे पास ऐसे इंसान को जवाब देने का कोई भी कारण है, जो जेट एयरवेज में डी गैंग के हितों को रिप्रेजेंट करता है और इसके पतन को देखता है। किस योग्यता के आधार पर उन्हें जेट एयरवेज के बोर्ड में रखा गया था। जेट एतिहाद डील पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही मेरी जनहित याचिका की सुनवाई के निष्कर्ष का इंतजार करें।" स्वामी के इसी ट्वीट पर जावेद अख्तर भड़क गए। 

 

सुब्रमण्यम स्वामी ने जावेद अख्तर के जेट एयरवेज बोर्ड में शामिल होने को लेकर साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी। उस दौरान स्वामी ने ट्वीट किया था कि ‘जेट एयरवेज के निदेशक मंडल में जावेद अख्तर जैसा कम्युनिस्ट क्या कर रहा है? वित्त के लिए कविता पढ़ रहे हैं? बता दें कि गीतकार जावेद अख्तर 22 मार्च 2010 से 21 मार्च2016 से राज्यसभा के मनोनीत सदस्य थे। इसी दौरान वह जेट एयरवेज के बोर्ड में भी थे। जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 को दिवालियापन के कारण बंद हो गया था।