सार

जॉनी लीवर ने अपना जीवन बेहद तंगी में बिताया था। फीस ना भर पाने के कारण उन्हें स्कूल से भी निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने पुणे की सड़कों पर पैन बेच गुजारा करना शुरू किया।

मुंबई. गोविंद जैसे एक्टर्स के साथ जोड़ी जमा चुके कॉमेडियन एकटर जॉनी लीवर बुधवार को अपना 62वां जन्मदिन सेसिब्रेट कर रहे हैं। उनका जन्म 14 अगस्त, 1957 को हुआ था। उन्होंने अपना जीवन बेहद तंगी में बिताया था। फीस ना भर पाने के कारण उन्हें स्कूल से भी निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने पुणे की सड़कों पर पैन बेच गुजारा करना शुरू किया। उनकी खास बात थी कि वे मिमिक्री भी किया करते थे। एक बार उन्होंने तिरंगे का अपमान किया था, जिसके कारण उन्हें सजा 7 दिन की सजा दी गई थी। हालांकि बाद में उन्होंने माफी भी मांगी थी, जिसके बाद उनकी सजा एक दिन के लिए कर दी गई।

बेटे के कैंसर ने किया था परेशान 

जॉनी लीवर के जीवन में एक ऐसा भी दौर आया जब उन्हें कई कठिनाइयों से गुजरना पड़ा। एक्टर के बेटे जेसे लीवर 12वीं कक्षा में थे तो उन्हें थ्रोट ट्यूमर हुआ था, जो आगे चलकर कैंसर में बदल गया था। 12वीं कक्षा पास करने के बाद जॉनी ने जेसे को बाहर इलाज करवाने के लिए भेज दिया था। हालांकि कुछ समय के बाद जेसे का कैंसर ठीक हुआ। तमाम दवाइयों के कारण जेसे का शरीर फूल गया था। अपना शरीर फिट करने के लिए जेसे ने एक्सरसाइज करनी शुरू की थी, जिसके बाद जॉनी के बेटे ने इंस्टाग्राम पर अपनी सिक्स पैक्स वाली एक फोटो भी शेयर की थी।

ऐसे मिला था जॉनी लीवर नाम

जॉनी लीवर का असली नाम जॉन राव प्रकाश राव जनुमाला है। वे हिंदुस्तान लीवर कंपनी में काम किया करते थे। ऐसे में उन्हें जॉनी लीवर कहा जाने लगा। जॉनी ने बचपन के अपने कॉमेडी के टैलेंट को आगे बढ़ाया और शहरों में स्टेज शोज देने लगे। इसी शोज के दौरान उनपर एक ऐसे शख्स की नजर पड़ी जिन्होंने उनकी लाइफ बना दी। ये शख्स कोई और नहीं बल्कि सुनील दत्त थे। जॉनी ने सुनील दत्त की फिल्म 'दर्द का रिश्ता' से डेब्यू किया था।