सार
भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Passed Away) अब हमारे बीच नहीं हैं। रविवार 6 फरवरी को 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। लताजी ने मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। लता मंगेशकर को न सिर्फ गाने और क्रिकेट देखने का शौक था बल्कि वो समाज सेवा में भी काफी आगे रहती थीं।
मुंबई। भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Passed Away) अब हमारे बीच नहीं हैं। रविवार 6 फरवरी को 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। लताजी ने मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। लता मंगेशकर को न सिर्फ गाने और क्रिकेट देखने का शौक था बल्कि वो समाज सेवा में भी काफी आगे रहती थीं। लता मंगेशकर ने नवंबर, 2001 में पुणे में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनवाया था। ये अस्पताल उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता दीनानाथ मंगेशकर की याद में बनवाया था।
अस्पताल के डायरेक्टर धनंजय केलकर के मुताबिक, उन्होंने अस्पताल परिसर में ही एक गणेश मंदिर भी बनवाया था। अस्पताल में ही एक मॉर्डर्न वॉयस क्लिनिक भी है, जहां कई गायकों, एक्टर्स और अन्य लोगों का ट्रीटमेंट हुआ है। लताजी (Lata Mangeshkar) ने संगीत और क्रिकेट मैच के जरिए अस्पताल के लिए कई बार धनराशि इकट्ठा की। वो 2014 तक अस्पताल के विकास और विस्तार में बेहद एक्टिव रहीं।
अस्पताल भवन की नई बिल्डिंग के उद्घाटन के लिए लता दीदी ने साल 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को भी बुलाया था। उस वक्त मोदी (Narendra Modi) गुजरात के मुख्यमंत्री थे। दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर का सारा काम काज लता मंगेशकर की देखरेख में ही हुआ था। हॉस्पिटल के डायरेक्टर धनंजय केलकर ने इस बारे में बताया था कि अस्पताल की छत से लेकर बिजली तक, वेंटिलेशन से लेकर इंटीरियर तक का पूरा कामकाज लता दीदी ने खुद करवाया था।
1942 में दीनानाथ मंगेशकर का निधन :
बता दें कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर का 1942 में निधन हो गया था। उस वक्त लता मंगेशकर सिर्फ 13 साल की थीं। लताजी का तभी से ये सपना था कि वो अपने पिता के नाम पर पुणे में एक अस्पताल बनवाएंगी। बता दें कि दीनानाथ मंगेशकर मराठी थिएटर अभिनेता होने के साथ ही नाट्य संगीतकार और गायक भी थे।
ये भी पढ़ें
सिंगर ही नहीं बल्कि एक्ट्रेस भी थी Lata Mangeshkar, इतनी फिल्मों में दिखाया था अपनी एक्टिंग का जौहर
तो इसलिए Lata Mangeshkar एक दिन में खा जाती थी 12 मिर्च, खुद बताई थी इसके पीछे की ये अजीबोगरीब वजह
Lata Mangeshkar के निधन और अंतिम संस्कार की वो 20 PHOTOS, जिन्हें हमेशा रखा जाएगा याद
पलभर के लिए भी दीदी को नहीं छोड़ा अकेला, Lata Mangeshkar के अंतिम सफर पर साथ रही दोनों बहनें आशा-ऊषा
निधन के बाद सामने आई Lata Mangeshkar की पहली फोटो, तिरंगे में लिपट आखिरी सफर पर निकलीं स्वर कोकिला