सार
कुछ दिनों पहले 'दंगल गर्ल' जायरा वसीम ने भी मजहब को आधार बनाकर बॉलीवुड छोड़ने का फैसला किया था। जायरा ने इस्लाम का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर की थी।
मुंबई। पाकिस्तान की फेमस फोक सिंगर शाजिया खुश्क ने सिंगिंग छोड़ने का फैसला किया है। 'दमादम मस्त कलंदर' और 'दाने पे दाना' जैसे गाने गा चुकीं शाजिया का कहना है कि वो अपनी बाकी की जिंदगी इस्लाम की सेवा करने में लगाना चाहती हैं। शाजिया के मुताबिक उन्हें अपने देश के अलावा विदेशों से भी कई गानों के ऑफर मिले हैं, लेकिन उन्होंने इन सभी को सिर्फ इसलिए ठुकरा दिया, क्योंकि ये इस्लाम के उसूलों के खिलाफ है। बता दें कि शाजिया की पहचान सूफी गायक के अलावा एक सिंधी लोक कलाकार के तौर पर भी है।
- शाजिया के मुताबिक, ''मैं शुक्रगुजार हूं उन फैंस की जिन्होंने मुझे ढेर सारा प्यार दिया और मेरे गानों को पसंद किया। गाने के फैसले पर मैंने कई बार सोचा और फाइनली ये डिसाइड किया कि मैं अब सिंगिंग नहीं करूंगी। बता दें कि शाजिया सिंधी, बलोच धातकी, सैराकी, उर्दू, कश्मीरी, गुजराती और पंजाबी भाषा में भी गाने गा चुकी हैं।
इस्लाम के नाम पर जायरा वसीम भी छोड़ चुकीं एक्टिंग :
कुछ दिनों पहले 'दंगल गर्ल' जायरा वसीम ने भी मजहब को आधार बनाकर बॉलीवुड छोड़ने का फैसला किया था। जायरा ने इस्लाम का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा था- ''जैसे-जैसे मैंने बॉलीवुड में अपने कदम रखे, मेरे लिए बड़े पैमाने पर लोकप्रियता के दरवाजे खुल गए। इस क्षेत्र में मुझे सराहना और प्यार मिला, लेकिन इसने मुझे अज्ञानता के रास्ते पर ले जाने का काम किया, क्योंकि मैंने अनजाने में अपने ईमान (विश्वास) से बाहर निकलकर बदलाव किए। मैंने ऐसे माहौल में काम जारी रखा जो लगातार मेरे ईमान के साथ हस्तक्षेप करता था, इससे मजहब के साथ मेरे रिश्ते को खतरा था।'' बता दें कि जायरा की फिल्म 'द स्काई इज पिंक' 11 अक्टूबर को रिलीज हो रही है। फिल्म में उन्होंने मोटिवेशनल स्पीकर आयशा चौधरी का रोल निभाया है।