सार

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का आतंक लगातार जारी है। सोमवार को एक बार फिर माओवादियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया और उसकी चपेट में आने से एक सेना के अधिकारी शहीद हो गए। जबकि एक हेड कॉन्स्टेबल गंभीर रुप से घायल हुआ है। 

नारायणपुर. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का आतंक लगातार जारी है। सोमवार को एक बार फिर माओवादियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया और उसकी चपेट में आने से एक सेना के अधिकारी शहीद हो गए। जबकि एक हेड कॉन्स्टेबल गंभीर रुप से घायल हुआ है। घायल हुए जवान को एयरलिफ्ट करके रायपुर इलाज के लिए भेजा गया है। घटना के बाद इलाके में जवानों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

सुरक्षा देने के लिए निकले थे नक्सली और...
दरअसल, यह घटना नारायणपुर जिले के सोनपुर से ढोंडरीबेड़ा इलाके की है। जहां ढोंडरीबेड़ा में रोड बनाने का काम चल रहा था। जिसकी सुरक्षा देने के लिए  ITBP के जवान सुबह निकले हुए थे। इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने अचानक आईटीबीपी के जवानों पर हमला कर दिया। 

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जानिए कैसे नक्सलियों ने किया हमला
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घटना सोमवार सुबह करीब साढ़े 8 बजे के आसपास की है। जब डोंड्रिबेडा और सोनपुर में आईटीबीपी 53वीं बटालियन की टीम गश्त पर निकली थी। तभी एक जवान के पैर के नीचे आईईडी आ गया और यह ब्लास्ट हो गया। जिसमें असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कांस्टेबल महेश घायल हो गए।

अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे नक्सली
बता दें कि नक्सली आए दिन छत्तसीगढ़ के बस्तर, सुकमा और बीजापुर जिले में आए दिन जवानों को निशाना बनाते रहते हैं।इससे पहले बस्तर के सुकमा जिले में रविवार की सुबह पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई थी। जिसमें DRG के 2 जवान घायल हो गए थे। 

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कांकेर में माओवादियों ने फोटो शूट कराया था
पांच मार्च को भी नक्सली मूवमेंट की सूचना मिली थी। तब नक्सलियों ने कांकेर (Kanker) में सड़क निर्माण में लगे पांच वाहनों में आग लगा दिया था। नक्सलियों ने इस काम में लगे एक JCB, 2 हाइवा और 2 मिक्चर मशीन को आग के हवाले कर दिया था। नक्सलियों ने सभी वाहनों के डीजल टैंक को फोड़कर उसमें आग लगाई। जिस जगह यह वारदात हुई है वह जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर ही दूर था। ऐसा पहली बार हुआ जब इस तरह की वारदात के बाद माओवादियों ने फोटो और वीडियो भी बनाया।