सार

 जहां विस्फोट हुआ वहां आसपास में कई प्रेशर बम लगाए गए थे। विस्फोट के बाद नक्सलियों ने ये बम वापस निकाल लिए। इससे छोटे-छोटे गड्ढे हो गए हैं। यहां से कुछ दूरी पर बोड़ागांव में बीएसएफ का कैंप है। जहां पर जवान  रात को गश्त करते हुए कभी-कभी इन पेड़ों की नीचे आराम करते हैं। इसी चलते क्सलियों ने प्रेशर बम लगाए थे। 

कांकेर (chhattisgarh). छत्तीसगढ़ से अक्सर खबरें सामने आती रहती हैं कि नक्सलियों ने पुलिस फोर्स पर हमलाकर हत्या कर दी। लेकिन राज्य से एक जो खबर सामने आई है वह हैरान करने वाली है। कांकेर में एक नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए पेडों से बम लगा रहा था। तभी कुछ हुआ ऐसा कि बम ब्लास्ट हो गया और खुद शिकार हो गया। आलम यह था कि उसके शव के चीथड़े पेड़ पर लटके मिले। 

मौत की जानकारी खुद नक्सलियों पर्चे लगाकर दी
यह मामला कांकेर के आमाबेड़ा का है, जहां पर निशाना बनाने के चक्कर में खुद नक्सली शिकार बन गए। एक को तो दिल दहला देने वाली मौत मिली, जबकि दो गंभीर रुप से घायल हो गए। बता दें कि इस मामले की जानकारी नक्सलियों ने पर्चे फेंके और पोस्टर लगाकर दी है। उत्तर बस्तर डिवीजनल कमेटी के प्रवक्ता सुखदेव कावड़े ने मामले के बारे में बताया है। सुखदेव कावड़े ने  पर्चे के जरिए लिखा कि आमाबेड़ा के चुकपाल में 18 फरवरी को सुबह 6 बजे बड़ा हादसा हो गया। पुलिस को जवानों के उड़ाने के चक्कर में  विस्फोट हो गया और सोमजी उर्फ सहदेव वेड़दा की मौत हो गई। 

बड़े हमले के प्लान में थे नकस्ली..खुद के ही जाल में फंस गए
बता दें कि जहां विस्फोट हुआ वहां आसपास में कई प्रेशर बम लगाए गए थे। विस्फोट के बाद नक्सलियों ने ये बम वापस निकाल लिए। इससे छोटे-छोटे गड्ढे हो गए हैं। यहां से कुछ दूरी पर बोड़ागांव में बीएसएफ का कैंप है। जहां पर जवान  रात को गश्त करते हुए कभी-कभी इन पेड़ों की नीचे आराम करते हैं। इसी चलते क्सलियों ने प्रेशर बम लगाए थे। बड़े हमले की तैयारी में थे नक्सली, लेकिन वह अपने जाल में खुद ही फंस गए।