सार

कालीचरण के रायपुर पहुंचने से पहले ही बड़ी तादाद में समर्थक कोर्ट परिसर में जमा हो गए थे। वे वहां नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस को उन्हें संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद उन्हें बैक डोर से कोर्ट रूम में ले जाया गया।

रायपुर : महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को कोर्ट ने दो दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अब वो 1 जनवरी तक जेल में रहेंगे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के खजुराहो (Khajuraho) से कालीचरण महराज की गिरफ्तारी होने के बाद उन्हें गुरुवार को रायपुर जिला कोर्ट में पेश किया गया। उन्होनें जमानत याचिका की दायर भी की थी, लेकिन उनकी याचिका सुनवाई नहीं हुई। कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस लाइन में उसका डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल किया। बीपी, शुगर के अलावा पल्स की जांच हुई। कालीचरण ने किसी पुरानी बीमारी की जानकारी नहीं दी। कोरोना टेस्ट भी निगेटिव मिला।

कोर्ट के बाहर नारेबाजी करते रहे समर्थक 
महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के आरोप में रायपुर में कालीचरण पर FIR दर्ज की गई थी। उनके रायपुर पहुंचने से पहले ही बड़ी तादाद में समर्थक कोर्ट परिसर में जमा हो गए थे। इस दौरान कालीचरण महाराज समर्थन में जय श्रीराम और गोडसे जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए। पुलिस को उन्हें संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद उन्हें बैक डोर से कोर्ट रूम में ले जाया गया।

खजुराहो से हुई गिरफ्तारी
रायपुर पुलिस ने कालीचरण को गुरुवार सुबह तड़के 4 बजे खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम से पकड़ा है। आरोपी महाराज यहां एक किराए का मकान लेकर वहां छिपकर रह रहा था। इतन ही नहीं बताया जा रहा है कि उसने अपने छिपने के लिए एक कॉटेज भी बुक कराया था। अब पुलिस कालीचरण को कार से लेकर रायपुर के लिए रवाना हो गई है।

गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार जिन्होंने गांधी मारा
खुद को कालीपुत्र बताने वाले कालीचरण ने रायपुर धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा था। 1947 में हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया। मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया।  मैं गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार करता हूं, उनके चरणों में मेरा साष्टांग प्रणाम है, जिन्होंने उन्हें मार दिया।

गांधी से नफरत, गाली देने पर मृत्युदंड भी स्वीकार - कालीचरण
आरोपी संत कालीचरण महाराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई तो उन्होंने कहा- गांधी को अपशब्द कहने के लिए मुझ पर FIR हुई है, मुझे उसका कोई अफसोस नहीं है। मैं गांधी से नफरत करता हूं, मेरे हृदय में गांधी के प्रति तिरस्कार है। कालीचरण ने नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को महात्मा बताया और कहा- मैं गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार करता हूं, उनके चरणों में मेरा साष्टांग प्रणाम है। कालीचरण ने इस पूरे मामले में सोमवार रात अपना पक्ष रखते हुए एक वीडियो जारी किया था।

 8 मिनट के वीडियो में कई विवादित बातें कहीं थीं...
कालीचरण ने करीब 8 मिनट 50 सेकेंड के वीडियो में अपने विवादित बयान पर कई तरह की बातें की। उन्होंने कहा कि गांधी की वजह से ही सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के प्रधानमंत्री नहीं बने। अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री बनते तो आज भारत अमेरिका से बड़ी ताकत बन सकता था। कालीचरण ने महात्मा गांधी पर वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। भगत सिंह और राजगुरु की फांसी ना रुकवाने के आरोप भी लगाए। कालीचरण ने कहा कि कोई राष्ट्र का पिता नहीं हो सकता। यदि राष्ट्रपिता बनाना है तो छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप और सरदार पटेल जैसे लोगों को बनाना चाहिए जिन्होंने राष्ट्रकुल को एकत्र करने का काम किया। उन्होंने गांधी को देश का बंटवारा करने का जिम्मेदार बताया।

कौन है कालीचरण महाराज
संत कालीचरण का असली नाम अभिनीत धनंजय सराग है और भावसार समाज के हैं। पिता दवा की दुकान चलाते हैं। कालीचरण महाराष्ट्र के अकोला में स्थानीय युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं और 8वीं क्लास तक पढ़े हैं। बचपन में मां-बाप ने उन्हें मौसी के घर इंदौर भेज दिया था। कालीचरण को बॉडी बिल्डिंग का शौक है। क्लासिकल सिंगर की तरह आलाप लेकर सबको चौंका भी देते हैं। कालीचरण ने राजनीति में भी हाथ आजमाया। 2017 में अकोला नगर निकाय चुनाव में उन्होंने किस्मत आजमाई, लेकिन हार गए थे। इसी साल कालीचरण भोपाल के पास भोजपुर मंदिर में शिवतांडव स्त्रोत का पाठ कर चर्चा में आए थे। 

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