सार


यह कहानी एक झोलाछाप डॉक्टर की शर्मनाक हरकत से जुड़ी है। एक स्कूली छात्रा तबीयत बिगड़ने पर उसके यहां इलाज कराने पहुंची थी। लेकिन उसे नहीं मालूम था कि डॉक्टर इलाज के बहाने उसकी जिंदगी बर्बाद कर देगा।

रायपुर, छत्तीसगढ़. यह कहानी एक झोलाछाप डॉक्टर की शर्मनाक हरकत से जुड़ी है। एक स्कूली छात्रा तबीयत बिगड़ने पर उसके यहां इलाज कराने पहुंची थी। लेकिन उसे नहीं मालूम था कि डॉक्टर इलाज के बहाने उसकी जिंदगी बर्बाद कर देगा। इस घटना के 2 महीने बाद छात्रा के गर्भवती होने का राज खुला। पीड़िता की मां जब बेटी को लेकर उसी डॉक्टर को दिखाने पहुंची, तब उसने बेशर्मी से स्वीकारा कि छात्रा गर्भवती है। इसके बाद आरोपी गर्भपात कराने की सलाह देने लगा। इसके बाद मां पुलिस के पास पहुंची। पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है।

इंजेक्शन लगाकर किया था बेहोश...
पुलिस के अनुसार, आरंग की रहने वाली पीड़िता दो महीने पहले स्कूल जा रही थी। तभी रास्ते में उसकी तबीयत खराब हुई। वो श्यामा बाजार स्थित डॉ. मन्नूलाल तारक के क्लीनिक पहुंची। यहां इलाज के दौरान डॉक्टर की नीयत खराब हो गई। उसने छात्र को बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया। फिर आरोपी ने बच्ची के साथ रेप किया। जब छात्रा को होश आया, तो उसे कुछ अजीब-सा महसूस हुआ। उसके पूछने पर डॉक्टर ने कहा कि तबीयत खराब होने से ऐसा लग रहा होगा।

दुबारा जब डॉक्टर के क्लीनिक पहुंची, तब खुला राज
15 मार्च को छात्रा को कुछ अजीब-सा महसूस हुआ, तब वो अपन मां के साथ दुबारा इसी क्लीनिक पर पहुंची। यहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने बताया कि वो गर्भवती है। उसने रायपुर के किसी क्लीनिक का पता देकर गर्भपात कराने की सलाह दी। हालांकि तब पीड़िता की मां को डॉक्टर की बात पर भरोसा नहीं हुआ। वो छात्रा को एक अन्य क्लीनिक ले गई। वहां सोनोग्राफी कराने पर पता चला कि छात्रा को 2 महीने का गर्भ है। इसके बाद छात्रा को याद आया कि 2 महीने पहले जब वो आरोपी डॉक्टर के क्लीनिक गई थी, तब क्या हुआ था।

इसके बाद मां ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। 17 मार्च को इस मामले में FIR दर्ज कराई गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।