सार
फुटपाथ पर नीम-हकीम की दुकान चलाने वालों से इलाज कराना कितना महंगा साबित होता है, यह घटना इसी का उदाहरण है। एक शख्स को दाद या खुजली थी। वो झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंचा। उसने शर्तिया इलाज का दावा करके 5000 रुपए ले लिए। लेकिन जब मरीज को कोई फर्क नहीं पड़ा, तो उसने पैसे वापस मांग लिए। इस बात पर 'मुन्नाभाई डॉक्टर' नाराज हो उठे और मरीज को इतना पीटा कि वो खुजली भूलकर दूसरे हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं।
बलरामपुर, छत्तीसगढ़. शर्तिया इलाज के बावजूद खुजली ठीक न होने पर मरीज झोलाछाप डॉक्टर पर बिगड़ गया। वो अपने पैसे मांगने लगा। झोलाछाप डॉक्टर भी कुछ कम नहीं निकला। उसने दवाइयां एक कौन में रखीं और अपने भाई के साथ लाठी-रॉड से मरीज को मार-मारकर अधमरा कर दिया। उसके हाथ-पैर तोड़ दिए। अब मरीज खुजली भूलकर दूसरे हॉस्पिटल में इलाज करा रहा है।
नीम-हकीम खतरा-ए-जान..
फुटपाथ पर नीम-हकीम की दुकान चलाने वालों से इलाज कराना कितना महंगा साबित होता है, यह घटना इसी का उदाहरण है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था। घटना तीन दिन पहले चीनी मिल गेट के सामने घटी। झोलाछाप डॉक्टर ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर मरीज और उसके भाई पर हमला कर दिया था।
(हॉस्पिटल में इलाज कराता शख्स)
पीड़ित अजय कुमार खरगूपुर थाना क्षेत्र के रमनगरा गांव का रहने वाला है। बताया कि आरोपी सलमान गांवों में जाकर दाद, खाज व खुजली की दवा देता है। वह शर्त के साथ इलाज करता है। उसने भी सलमान से दवा ली थी। इसक एवज में उससे सलमान ने 5000 रुपए ले लिए थे। मर्ज ठीक न होने पर अजय अपने चचेरे भाई हरिशंकर के साथ सलमान के पास पहुंचा था। अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने बताया कि दोनों पीड़ितों का जिला चिकित्सालय में इलाज जारी है। आरोपी अभी फरार हैं।
(खबर को प्रभावी दिखाने पहला फोटो काल्पनिक इस्तेमाल किया गया है)