सार
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस(16 मार्च) से सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड 19 टीकाकरण शुरू हुआ। हेल्थ मिनिस्ट्री के ताजा आंकड़ों अनुसार, पिछले 24 घंटों में, 3 लाख (3,00,405) से अधिक किशोरों को COVID-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। पहले दिन गुजरात में सबसे अधिक डोज दिए गए, जबकि इस मामले में राजधानी दिल्ली फिसड्डी साबित हुई।
नई दिल्ली. राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस(16 मार्च) से सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड 19 टीकाकरण शुरू हुआ। हेल्थ मिनिस्ट्री के ताजा आंकड़ों अनुसार, पिछले 24 घंटों में, 3 लाख (3,00,405) से अधिक किशोरों को COVID-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। पहले दिन गुजरात में सबसे अधिक डोज दिए गए, जबकि इस मामले में राजधानी दिल्ली फिसड्डी साबित हुई। हालांकि होली के बाद वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ने की उम्मीद है।
Corona vaccination of children aged 12-14 years: दिल्ली में पहले दिन सिर्फ 3800 बच्चों का वैक्सीनेशन
कोविन ऐप और हेल्थ मिनिस्ट्री के सोर्स के अनुसार, पहले दिन दिल्ली शहर में 12 से 14 वर्ष की आयु के लगभग 3,800 बच्चों को कोविड -19 के खिलाफ टीका लगाया गया था। गुजरात 1,69208 डोज के साथ टॉप पर रहा। टॉप-5 राज्यों में इसके बाद राजस्थान में 49937, यूपी में 4673, हरियाणा में 4447 और जम्मू-कश्मीर में 3925 डोज लगाए गए। बता दें कि अभी बच्चों को सिर्फ कार्बेवैक्स (Covid 19 Vaccine Corbevax) टीका लगाया जा रहा है। 21 फरवरी 2022 को इस टीके के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। निजी बाजार में प्रत्येक खुराक की कीमत जीएसटी को छोड़कर, प्रति खुराक 800 रुपये और कर और प्रशासन शुल्क सहित लगभग 990 रुपये होगी। सरकार के लिए कीमत 145 रुपये होगी।
PM मोदी ने किया था tweet
बच्चों में वैक्सीनेशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद tweet किया था। PMO ने एक बयान भी जारी किया था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि देशवासियों के टीकाकरण के भारत के प्रयासों में आज का दिन महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने 12-14 आयुवर्ग के किशोरों तथा 60 वर्ष से अधिक सभी लोगों को टीका लगवाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने श्रृंखलाबद्ध ट्वीट में कहा- “हमारे देशवासियों के टीकाकरण के भारत के प्रयासों में आज का दिन महत्त्वपूर्ण है। अब से 12-14 आयुवर्ग के किशोर टीका लगवाने के तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग प्रीकॉशन डोज लगवाने के पात्र हो गये हैं। मैं टीका लगवाने के लिये इस आयुवर्ग के सभी लोगों का आह्वान करता हूं।”
“पूरे विश्व की देखभाल करने की भारत की भावना के अनुरूप, हमने वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत कई देशों को टीके भेजे। मुझे खुशी है कि टीकाकरण के भारत के प्रयासों ने कोविड-19 के विरुद्ध विश्व की लड़ाई को मजबूत किया है।”
“आज, भारत के पास कई ‘मेड इन इंडिया’ वैक्सीनें हैं। हमने मूल्यांकन की आवश्यक प्रक्रिया के बाद अन्य वैक्सीनों को भी अनुमति प्रदान की है। हम इस जानलेवा महामारी से लड़ने में काफी बेहतर स्थिति में हैं। साथ ही, हमें कोविड सम्बंधी सावधानियों का भी पालन करना होगा।”
राज्यों को निर्देश दिए गए
राज्यों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई थी कि टीकाकरण की तारीख को 12 वर्ष की आयु प्राप्त करने वालों को ही कोविड 19 रोधी टीका लगाया जाए; यदि लाभार्थी पंजीकृत है, लेकिन टीकाकरण की तारीख को 12 वर्ष की आयु पूरी नहीं है, तो कोविड 19 वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए। टीकाकरण दलों को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है कि विशेष रूप से 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकों का मिश्रण नहीं होना चाहिए। अन्य टीकों के साथ मिश्रण से बचने के लिए राज्यों को 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिए निर्धारित कोविड 19 टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से समर्पित टीकाकरण सत्र आयोजित करने की सलाह दी गई थी।