सार

कोरोना महामारी के आंकड़ों को कम करके सार्वजनिक किया जा रहा है। केंद्र सरकार आंकड़ों को छिपाने के लिए राज्यों पर दबाव बना रही है। ऐसे आरोपों को पीआईबी ने खारिज कर दिया है। फैक्ट चेक में पीआईबी ने इसे फेक न्यूज बताया है। 

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के आंकड़ों को कम करके सार्वजनिक किया जा रहा है। केंद्र सरकार आंकड़ों को छिपाने के लिए राज्यों पर दबाव बना रही है। ऐसे आरोपों को पीआईबी ने खारिज कर दिया है। फैक्ट चेक में पीआईबी ने इसे फेक न्यूज बताया है। 

 

 

पीआईबी ने दी जानकारी

प्रेस इंफार्मेशन ब्यूरो ने बताया कि कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़ों के लिए राज्य सरकारें स्वतंत्र हैं। केंद्र का कोविड के डेटा पर कोई नियंत्रण नहीं है। राज्य सरकारें जो आंकड़ें देती है, उन आंकड़ों पर ही केंद्र सरकार भी काम करती है। केंद्र सरकार आंकड़ों को नियंत्रित नहीं कर सकता। 

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