सार
देश में कोरोना महामारी के बीच राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश के पत्रकारों के सवाल के जवाब दिए। इस दौरान एक पत्रकार ने पूछा, लॉकडाउन की प्लानिंग और कोरोना से निपटने में पीएम मोदी से कहां कमी रह गई?
नई दिल्ली. देश में कोरोना महामारी के बीच राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश के पत्रकारों के सवाल के जवाब दिए। इस दौरान एक पत्रकार ने पूछा, लॉकडाउन की प्लानिंग और कोरोना से निपटने में पीएम मोदी से कहां कमी रह गई? उन्होंने कौन सी बड़ी गलती की? इस सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, जिस दिन हिंदुस्तान से कोरोना खत्म हो जाएगा। उस दिन इस सवाल का जवाब दूंगा। आज मैं कंस्ट्रक्टिव एडवाइस देना चाहता हूं। मैं तूतू-मैंमैं में नहीं पड़ना चाहता हूं।
मुझे क्रेडिट नहीं लेना है- राहुल गांधी
एक पत्रकार ने राहुल से पूछा कि आपकी या सोनिया गांधी के सुझाव को केंद्र सरकार नहीं मान रही है इसपर क्या कहना चाहते हैं? क्या सरकार आपका सुझाव इसलिए नहीं मान रही है कि कहीं उसका क्रेडिट कांग्रेस को न मिल जाए? इस पर राहुल ने कहा, मुझे क्रेडिट नहीं चाहिए। हमें क्रेडिट से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जो भी लेना चाहे ले ले। हमारा काम सुझाव देना है और हम सुझाव देते रहेंगे। सरकार ले चाहे न ले।
राहुल गांधी के सुझाव
1- राहुल गांधी ने कहा, वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग है। बड़े पैमाने पर टेस्टिंग से आपको अंदाजा लग जाता है कि वायरस किस दिशा में बढ़ रहा है। ऐसे में आप वायरस को आइसोलेट कर सकते हैं, टारगेट कर सकते हैं और फाइट कर सकते हैं। हमारा टेस्टिंग दर दस लाख में 199 लोग है, पिछले 72 दिनों में हमने जितने भी टेस्ट किए हैं उनमें से प्रत्येक जिला औसतन 350 टेस्ट कर रहा है।
2- राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। अगर देश एक होकर लड़ा तो वायरस को हरा देंगे। अगर बंट गए तो वायरस जीत जाएगा। इसलिए सभी को एकजुट होना पड़ेगी।
3- राहुल गांधी ने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने केंद्र सरकार को सलाह दी कि राज्यों को जीएसटी दीजिए। मुख्यमंत्रियों और जिलों के प्रशासन से खुलकर बात की जानी चाहिए। उनकी जो जरूरतें हैं उन्हें पूरा कीजिए।
4- राहुल गांधी ने कहा कि अभी सरकार कोरोना हॉटस्पॉट्स में भी जांच कर रही है, लेकिन इसके साथ ही नॉन हॉटस्पॉट्स में भी जांच करनी होगी। क्योंकि इसके बिना आप कामयाब नहीं हो सकते। क्योंकि हो सकता है जब तक हॉटस्पॉट्स में टेस्टिंग हो, तब तब नॉन-हॉटस्पॉट्स भी हॉटस्पॉट्स में बदल जाएं। इसे रणनीति बनाकर करना होगा। वायरस के खिलाफ टेस्टिंग एक बड़ा हथियार है।
5- राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, कोरोना वायरस को हराने के लिए हमारी मुख्य ताकत राज्य और जिले हैं। वहां पर काम कर रहे लोग हैं। जिला स्तर पर प्रभावी मशीनरी के कारण केरल के वायनाड में सफलता मिली है। बता दें कि केरल में कोरोना के 387 केस मिले हैं। इसमें अभी तक 167 अभी भी कोरोना प्रभावित हैं। 218 ठीक हो चुके हैं। वायरस से 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं वायनाड में कोरोना के सिर्फ 3 केस हैं।
मुझे क्रेडिट नहीं लेना है- राहुल गांधी
एक पत्रकार ने राहुल से पूछा कि आपकी या सोनिया गांधी के सुझाव को केंद्र सरकार नहीं मान रही है इसपर क्या कहना चाहते हैं? क्या सरकार आपका सुझाव इसलिए नहीं मान रही है कि कहीं उसका क्रेडिट कांग्रेस को न मिल जाए? इस पर राहुल ने कहा, मुझे क्रेडिट नहीं चाहिए। हमें क्रेडिट से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जो भी लेना चाहे ले ले। हमारा काम सुझाव देना है और हम सुझाव देते रहेंगे। सरकार ले चाहे न ले।
राहुल गांधी के सुझाव
1- राहुल गांधी ने कहा, वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग है। बड़े पैमाने पर टेस्टिंग से आपको अंदाजा लग जाता है कि वायरस किस दिशा में बढ़ रहा है। ऐसे में आप वायरस को आइसोलेट कर सकते हैं, टारगेट कर सकते हैं और फाइट कर सकते हैं। हमारा टेस्टिंग दर दस लाख में 199 लोग है, पिछले 72 दिनों में हमने जितने भी टेस्ट किए हैं उनमें से प्रत्येक जिला औसतन 350 टेस्ट कर रहा है।
2- राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। अगर देश एक होकर लड़ा तो वायरस को हरा देंगे। अगर बंट गए तो वायरस जीत जाएगा। इसलिए सभी को एकजुट होना पड़ेगी।
3- राहुल गांधी ने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने केंद्र सरकार को सलाह दी कि राज्यों को जीएसटी दीजिए। मुख्यमंत्रियों और जिलों के प्रशासन से खुलकर बात की जानी चाहिए। उनकी जो जरूरतें हैं उन्हें पूरा कीजिए।
4- राहुल गांधी ने कहा कि अभी सरकार कोरोना हॉटस्पॉट्स में भी जांच कर रही है, लेकिन इसके साथ ही नॉन हॉटस्पॉट्स में भी जांच करनी होगी। क्योंकि इसके बिना आप कामयाब नहीं हो सकते। क्योंकि हो सकता है जब तक हॉटस्पॉट्स में टेस्टिंग हो, तब तब नॉन-हॉटस्पॉट्स भी हॉटस्पॉट्स में बदल जाएं। इसे रणनीति बनाकर करना होगा। वायरस के खिलाफ टेस्टिंग एक बड़ा हथियार है।
5- राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, कोरोना वायरस को हराने के लिए हमारी मुख्य ताकत राज्य और जिले हैं। वहां पर काम कर रहे लोग हैं। जिला स्तर पर प्रभावी मशीनरी के कारण केरल के वायनाड में सफलता मिली है। बता दें कि केरल में कोरोना के 387 केस मिले हैं। इसमें अभी तक 167 अभी भी कोरोना प्रभावित हैं। 218 ठीक हो चुके हैं। वायरस से 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं वायनाड में कोरोना के सिर्फ 3 केस हैं।