सार

पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी यशपाल शर्मा का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 66 साल के शर्मा ने मंगलवार सुबह 7:40 बजे अंतिम सांस ली।

स्पोर्ट्स न्यूज: पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी यशपाल शर्मा का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। शर्मा 66 साल के थे, वह 1983 में भारत की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्यक्रम के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने मंगलवार सुबह 7:40 बजे अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर करीब 1 बजे किया जाएगा। 

राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने जताया दुख
यशपाल के निधन पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर दुख जताया। उन्होंने लिखा कि, 'क्रिकेटर यशपाल शर्मा के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। 1983 क्रिकेट विश्व कप में प्रमुख मैचों के दौरान उनके  प्रदर्शन ने क्रिकेट इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत में से एक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके परिवार, अनुयायियों और टीम के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।'

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'श्री यशपाल शर्मा जी 1983 की महान टीम सहित भारतीय क्रिकेट टीम के बहुत प्रिय सदस्य थे। वह टीम के साथियों, फैंस के साथ-साथ वह युवा क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा थे। उनके निधन से आहत है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।'

गृहमंत्री अमित शाह ने यशपाल शर्मा के निधन पर लिखा- 'यशपाल शर्मा जी क्रिकेट के एक उम्दा खिलाडी थे जिन्होंने 1983 क्रिकेट विश्व कप में भारत की ऐतिहासिक जीत में अहम योगदान दिया। उनकी रोमांचक पारियां हमेशा हमारी स्मृति में रहेंगी। उनका निधन क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ॐ शांति'

यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त 1954 में लुधियाना में हुआ था। वह एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर और सिलेक्टर रह चुके हैं। उन्होंने भारत के लिए 37 टेस्ट  और 42 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उनके नाम टेस्ट मैचों में 1606 रन और वनडे मैचों में 883 रन रन है। शर्मा ने विश्व कप फाइनल में वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ 32 गेंदों में 11 रन बनाए थे। 

यशपाल ने 1979 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया, जबकि उन्होंने 1978 में सियालकोट में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला था। 1985 में उन्होंने अपने करियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। यशपाल शर्मा को सात साल के क्रिकेट करियर में कभी कोई गेंदबाज शून्य पर आउट नहीं कर पाया था।