सार

नितिन ने महज 13 साल की उम्र में अंपायरिंग करियर शुरू किया। 23 साल की उम्र तक वो सीनियर अंपायर बन गए। हालांकि क्रिकेट को लेकर उनकी प्राथमिकता में अंपायरिंग शामिल नहीं था। 

स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय अंपायर नितिन मेनन को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के एलीट पैनल में शामिल किया गया है। नितिन आईसीसी के पैनल में शामिल होने वाले सबसे युवा अंपायर बन गए हैं। इस तरह भारत की तरफ से पैनल में जगह पाने वाले तीसरे अंपायर बन गए हैं। नितिन की उम्र सिर्फ 36 साल है। उन्हें इंग्लैंड के नाइजल लांग की जगह पैनल में शामिल किया गया है। 

नितिन से पहले श्रीनिवास वेंकटराघवन और सुंदरम रवि पैनल में शामिल भारतीय अंपायर थे। बीसीसीआई ने एक ट्वीट में इस उपलब्धि के लिए युवा अंपायर को बधाई दी है। आईसीसी के जेनरल मैनेजर ज्यॉफ एलारडाइस, पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर, मैच रेफरी रंजन मदुगुले और डेविड बून के पैनल ने नितिन का सिलेक्शन किया है। 

3 टेस्ट टेस्ट, 24 वनडे का अनुभव 
सिलेक्ट होने के बाद खुशी जताते हुए नितिन ने कहा कि ये उनका सपना था जो अब पूरा हो गया। मेनन ने अब तक 3 टेस्ट, 24 वनडे और 16 टी20 मुकाबलों में अंपायरिंग की है। अब तक भारत में खेले गए मैचों में अंपायरिंग का जिम्मा संभालते रहे हैं। एलीट पैनल में जगह पाने वाले अंपायर आईसीसी के सभी बड़े मैचों में अंपायरिंग का जिम्मा संभालते हैं। इसमें विश्व कप, टेस्ट चैंपियनशिप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट शामिल हैं। 

13 साल की उम्र में शुरू किया करियर 
नितिन ने महज 13 साल की उम्र में अंपायरिंग करियर शुरू किया। 23 साल की उम्र तक वो सीनियर अंपायर बन गए। लेकिन क्रिकेट को लेकर उनकी प्राथमिकता में अंपायरिंग शामिल नहीं था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हमेशा उनकी प्राथमिकता देश के लिए खेलना थी। 22 साल की उम्र तक वो क्रिकेट खेलते भी रहे।