सार

पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि अगर विराट कोहली अगले कुछ सालों में कोई बड़ी ट्रॉफी नहीं जीत पाते, तो ऐसे में टीम इंडिया के लिए नए नेतृत्व की तलाश हो सकती है।

स्पोर्ट्स डेस्क। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि अगर विराट कोहली अगले कुछ सालों में कोई बड़ी ट्रॉफी नहीं जीत पाते, तो ऐसे में टीम इंडिया के लिए नए नेतृत्व की तलाश हो सकती है। आकाश चोपड़ा ने कहा कि ऐसी स्थिति में रोहित शर्मा बेहतर कप्तान हो सकते हैं। फिलहाल, रोहित शर्मा टीम इंडिया के उप कप्तान हैं। विराट कोहली और रोहित शर्मा, दोनों ही आईपीएल में अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी टीमों के कप्तान हैं। आकाश चोपड़ा ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट टीम की खुशकिस्मती है कि उसे विराट और रोहित शर्मा जैसे बेहतरीन खिलाड़ी मिले। 

रोहित शर्मा को है कप्तानी का अनुभव
रोहित शर्मा को टीम का नेतृत्व करने का अच्छा-खासा अनुभव हासिल है। साल 2017 में महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली ने हर फॉर्मेट में कप्तानी संभाली थी। विराट की गैरमौजूदगी में रोहित शर्मा ने टीम इंडिया का नेतृत्व किया था। यही नहीं, उन्होंने 2018 में निदहास ट्रॉफी और एशिया कप में टीम का नेतृत्व किया था। आकाश चोपड़ा ने कहा कि विराट कोहली अगर अगले कुछ सालों में कोई बड़ी ट्रॉफी नहीं जीत पाते हैं, तो नए कप्तान की तलाश की जा सकती है। 

सवेरा पाशा के यूट्यूब में कही ये बातें
आकाश चोपड़ा ने सवेरा पाशा के यूट्यूब वीडियो में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अगर अगले 6 महीने या एक-डेढ़ साल में टीम इंडिया नेतृत्व में कोई बदलाव करती है, तो इसका विराट कोहली के प्रदर्शन पर कोई असर पड़ेगा। आकाश चोपड़ा ने कोहली के बारे में कहा कि वे इस लेवल पर पहुंच गए हैं, जहां से नीचे नहीं जा सकते। कप्तान रहने या नहीं रहने से उन पर कोई असर पड़ने वाला नहीं।

कोहली की कप्तानी में कोई बड़ी ट्रॉफी नहीं
आकाश चोपड़ा ने कहा कि कोहली की कप्तानी में भारत ने 2017 के चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल तक पहुंचने और 2019 के आईसीसी वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाने के अलावा सीमित ओवरों के मैच में कोई ट्रॉफी नहीं जीती है। वहीं, रोहित शर्मा ने 2018 के निदहास ट्रॉफी और एशिया कप में खिताबी जीत में टीम का नेतृत्व किया। आईपीएल में कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा का रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है। चोपड़ा ने कहा कि भारत में एक टी20 वर्ल्ड कप भी होना है। ऐसी उम्मीद की जाती है कि भारत को इसमें जीत मिले। ऐसा नहीं होने पर टीम के नेतृत्व में बदलाव का सवाल उठेगा।