सार

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने सोमवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान के उत्तराखंड के चमोली में बचाव अभियान का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें एक ग्लेशियर के फटने से जोशीमठ में भारी बाढ़ आ गई थी। बता दें कि रविवार सुबह करीब 10 बजे चमोली के जोशीमठ में तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूट गया। इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई, वहीं, अभी भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं।

स्पोर्ट्स डेस्क : उत्तराखंड एक बार फिर भीषण त्रासदी से जूझ रहा है। रविवार सुबह करीब 10 बजे चमोली के जोशीमठ में तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूट गया। इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई, वहीं, अभी भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं, जिन्हें तलाशने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने सोमवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान के उत्तराखंड के चमोली (chamoli tragedy) में बचाव अभियान का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें एक ग्लेशियर के फटने से जोशीमठ में भारी बाढ़ आ गई थी। वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- सम्मान।

30 घंटों से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन-रेनी क्षेत्र में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के बाद तबाही मच गई। सैकड़ों मजदूर जो पास के पावर स्टेशन में काम कर रहे थे, मलबे के नीचे फंसे होने की आशंका है। आईटीबीपी ने क्षेत्र में बचाव अभियान तेज कर दिया है। हालांकि, सैकड़ों लोगों के अभी भी लापता होने की आशंका है। भारत के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने त्रासदी के बाद उत्तराखंड में एक बचाव मिशन पर आईटीबीपी के जवानों की सराहना की। 

आईटीबीपी के जवानों ने लापता लोगों का पता लगाने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में एमआई 17 हेलिकॉप्टर भी तैनात किए हैं। फिलहाल बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे के अनुसार, लगभग 300 जवानों को बचाव कार्य करने के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, "हमारे पास जानकारी है कि लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं और करीब 170 लोग लापता हैं।

ऋषभ पंत ने भी बढ़ाएं पीड़ितों के लिए हाथ
भारतीय टीम के युवा विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने भी उत्तराखंड के चमोली में हुई ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद मदद के लिए हाथ आग बढ़ाया है। ट्वीट कर उन्होंने बताया कि वह उत्तराखंड में लोगों की जान जाने से बहुत दुखी हैं, उन्होंने अपनी मैच फीस बचाव कार्य में देने का फैसला किया है और लोगों से भी अपील की है कि वह भी इस मुश्किल वक्त में पीड़ितों की मदद करें।