सार

 भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने रिकी पोंटिंग को अपने पिता समान बताया। उन्होंने वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर खिलाड़ी किरेन पोलार्ड को अपना रोलमॉडल बताया। 

स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने रिकी पोंटिंग को अपने पिता समान बताया। उन्होंने वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर खिलाड़ी केरन पोलार्ड को अपना रोलमॉडल बताया। पांड्या ने हर्षा भोगले के साथ एक वीडियो चेट में कुछ पुरानी यादें साझा की हैं। उन्होंने बताया कि जब वह आईपीएल 2015 में मुंबई इंडियन्स के लिए चुने गए थे तब रिकी पोंटिंग टीम को गाइड कर रहे थे। मैच के दौरान मैं होर्डिंग्स के पास बैठा रहता था। रिकी पोंटिंग भी होर्डिंग के पास मेेरे बगल में आकर बैठते थे। उन्होंने कहा कि पोंटिंग उन्हें मैच की स्थिति और दबाव के बारे में बताते थे। पांड्या ने कहा कि उन्होंने मुझे क्रिकेट की काफी चीजों से परिचित कराया। 

पोलार्ड को बताया आईडियल
पांड्या ने कहा कि मुंबई इंडियन्स में खेलने के दौरान केरन पोलार्ड से दोस्ती हुई। उन्होंने कहा कि वह एक सीनियर खिलाड़ी हैं और उनका गेम मुझे काफी प्रभावित करता है। आईपीएल के दौरान हमारी दोस्ती हुई थी। इसके बाद दोस्ती बढ़ती गई और अब हमारे परिवार भी आपस में दोस्त हैं। उन्होंने कहा कि पोलार्ड मेरे बड़े भाई जैसे हैं। वह मेरे आईडियल भी हैं। मेरा गेम पोलार्ड के गेम से काफी मेल खाता है। उन्होंने कहा कि वह पोलार्ड से कम से कम महीने एक बार तो बात करते ही हैं।
बुमराह को बताया अच्छा दोस्त
पांड्या ने अपने 2015 आईपीएल के अनुभवों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जसप्रीत बुमराह के साथ भी ड्रेसिंग रूम शेयर किया है। उन्होंने कहा कि बुमराह अलग तरह का केरेक्टर है। उसे अकेले ररहना पसंद है। वह बहुत कम बात करता है। वह काफी इंटेलिजेंट है। जब वह बात करना चाहता है तो पहल करता है। वह बोलने से पहले 20 बार सोचता है। उन्होंने कहा कि बुराह के साथ रहना मुझे पसंद है। हम दोनों ने एक साथ संघर्ष से सफलता तक का सफर किया है।
2015 आईपीएल से मिली थी पांड्या को पहचान
पांड्या को क्रिकेट जगत में पहचान 2015 के आईपीएल से मिली थी। उन्हें 16 फरवरी 2015 को 10 लाख रुपये में मुंबई इंडियन्स की टीम में खरीदा गया था। इसी आईपीएल सीजन में पांड्या ने एक मैच में जहीर खान जैसे बड़े धुरंधर गेंदबाजों की पिटाई कर 82 रनों की तेज पारी खेली थी। इसी पारी के बाद पांड्या क्रिकेट जगत में पहचाने जाने लगे।