सार

पूर्व साउथ अफ्रीकन क्रिकेटर और टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन को पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहा है। 

स्पोर्ट्स डेस्कः भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने साल 2011 में 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप जीता था। इस जीत में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के अलावा एक और महत्वपूर्ण बात थी। वो थी टीम के चीफ कोच गैरी कर्स्टन (Gary kirsten) की शानदार कोचिंग। गैरी ने टीम को मनोवैज्ञानिक रूप से इस प्रकार मजबूत बना दिया था कि टीम हर मैच में चैंपियन की तरह खेल रही थी।  

टीम इंडिया के यही पूर्व कोच पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के अगले कोच बन सकते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहा है। गैरी का रिकॉर्ड बतौर कोच बेहद शानदार रहा है यही बात उनके पक्ष में जाती है। पीसीबी की उनसे यही उम्मीद रहेगी कि वह भारतीय क्रिकेट की तरह पाकिस्तान क्रिकेट में भी नई जान फूंक सके। वर्ल्ड कप से पहले पीसीबी ने पूर्व स्पिनर सकलैन मुश्ताक को टीम का अंतरिम कोच बनाया था। मुश्ताक को कोचिंग का लंबा अनुभव है। इसके अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मैथ्यू हेडन और साउथ अफ्रीका के वर्नोन फिलेंडर को भी कोचिंग स्टाफ में जगह दी गई है।  

वर्ल्ड कप में जारी है पाक दमदार प्रदर्शन

वर्तमान में पाकिस्तान टीम के पास स्थाई कोच नहीं है। पिछले महीने मुख्य कोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इन दोनों ही पूर्व क्रिकेटरों ने अत्यधिक व्यस्तता का हवाला देते हुए पद छोड़ा था। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि ये दोनों अपने काम में दखलअंदाजी से परेशान थे जिसके चलते इन पर अतिरिक्त दबाव आ गया था। रमीज राजा के पीसीबी चीफ बनते ही एकाएक कई बदलाव देखने को मिले थे। वैसे टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम का अब तक का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। टीम ने अपने पहले मुकाबले में मजबूत टीम इंडिया को 10 विकेट के विशाल अंतर से शिकस्त दी। वहीं दूसरे मुकाबले में टीम ने न्यूजीलैंड को धूल चटाई। टीम के प्रदर्शन को देखते हुए उसका सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय माना जा रहा है. बाबर आजम की कप्तानी वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम हर क्षेत्र में विरोधियों पर भारी पड़ रही है।