सार
घरेलू क्रिकेट में 50 से ऊपर का औसत रखने वाले तिवारी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत ही साधारण बल्लेबाज नजर आते हैं। तिवारी ने भारत के लिए कुल 12 वनडे मैच खेले हैं। 12 मैच में तिवारी ने सिर्फ 287 रन बनाए हैं।
नई दिल्ली. भारतीय टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज मनोज तिवारी 34 साल के हो चुके हैं। तिवारी ने बंगाल के लिए घरेलू मैचों में हमेशा ही शानदार प्रदर्शन किया है, पर इंटरनेशनल क्रिकेट में तिवारी कुछ खास नहीं कर पाए हैं। घरेलू क्रिकेट में 50 से ऊपर का औसत रखने वाले तिवारी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत ही साधारण बल्लेबाज नजर आते हैं। तिवारी ने भारत के लिए कुल 12 वनडे मैच खेले हैं। 12 मैच में तिवारी ने सिर्फ 287 रन बनाए हैं। मनोज तिवारी को 3 T-20 मैच खेलने का मौका भी मिला है जिसमें तिवारी ने सिर्फ एक ही मैच में बल्लेबाजी की है। तिवारी ने इस मैच में सिर्फ 15 रन बनाए थे।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में किया शानदार प्रदर्शन
मनोज तिवारी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हमेशा ही शानदार प्रदर्शन किया है, पर चोट और भारतीय टीम में सितारों की भरमार के चलते तिवारी को कभी भी पर्याप्त मौके नहीं मिले। तिवारी ने फर्स्ट क्लास में खेले 114 मैचों की 180 पारियों में 50.35 के औसत से 8258 रन बनाए हैं, जिसमें 26 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने 267 रनों की शानदार पारी भी खेली है। तिवारी ने लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार खेल दिखाया है पर इंटरनेशनल क्रिकेट में आते ही उनका बल्ला खामोश हो जाता है।
वनडे में कुछ खास नहीं कर पाए मनोज
मनोज तिवारी को ज्यादा मौका न मिलने की बड़ी वजह उनका खराब वनडे करियर है। तिवारी को कुल 12 मैचों में बैटिंग का मौका मिला। इसमें उन्होंने 26.09 के औसत से 287 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 1अर्धशतक भी लगाया है। तिवारी ने बॉलिंग में भी अपना हाथ दिखाते हुए 5 विकेट भी निकाले हैं। हालांकि, यह भी सच्चाई है कि कभी भी तिवारी को लगातार मौके नहीं मिले हैं। आखिरी बार जिम्बाब्वे के दौरे पर तिवारी को लगातार तीन मैच खेलने को मिले थे, जहां अच्छा प्रदर्शन न होने पर हमेशा के लिए तिवारी को टीम से बाहर कर दिया गया।