सार

  • आठ माह का बैन झेलने के बाद घरेलू क्रिकेट में जोरदार वापसी
  • शॉ ने पहला मैच खेलते हुए  39 गेंदों पर 63 रन की जबर्दस्त पारी खेली
  • ट्विटर पर फैंस ने पृथ्वी शॉ की क्लास लगाई 

नई दिल्ली: युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने डोपिंग मामले में आठ माह का बैन झेलने के बाद घरेलू क्रिकेट में जोरदार वापसी की है। वापसी के बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी  के अंतर्गत असम के खिलाफ मुंबई  के लिए अपना पहला मैच खेलते हुए उन्होंने 39 गेंदों पर 63 रन की जबर्दस्त पारी खेली। शॉ ने इस पारी के जरिये घरेलू क्रिकेट में अपनी धमाकेदार वापसी का ऐलान किया लेकिन इस दौरान अर्धशतक पूरा करने के बाद उन्होंने जो प्रतिक्रिया दी, उसने कई प्रशंसकों को नाराज कर दिया। 

शॉ को अतिआत्मविश्वासी व्यवहार के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया। पारी के दौरान शॉ ने जैसे ही अर्धशतक पूरा किया, उन्होंने दर्शकों की ओर अपना बल्ला उठा दिया, हाथ से बल्ले की तरफ इशारा करते हुए कहा कि 'मैं नहीं बोलता मेरा बल्ला बोलता है'. बीसीसीआई के डोमिस्टिक क्रिकेट के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इसका वीडियो शेयर किया है।

एक अन्य फैन ने कमेंट किया, 'असम के खिलाफ पारी और इस तरह का रूखा व्यवहार'। जब बैट बोलता है तो आपको मुंह से बोलने की कोई जरूरत नहीं होती'। 

एक अन्य यूजर ने लिखा, 'शॉ को काफी ओवररेट करके आंका जा रहा है। वे अगले कांबली हैं. उन्होंने इस तरह का रूखा व्यवहार दिखाया तो इस तरह के मौके को गंवा देंगे'। 

आठ महीनों से लगा है बैन

20 वर्षीय बल्लेबाज पृथ्वी पर डोपिंग के कारण 30 जुलाई को आठ महीनों का बैन लगाया था और वह रविवार को दोबारा खेलने के लिए आए। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इस मैच में मुंबई ने पहले बैटिंग करते हुए उन्होनें 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 206 रन बनाए। जवाब में असम की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 123 रन ही बना सकी।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)