सार

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने द्रोणाचार्य यानि गुरू रमाकांत आचरेकर (Ramakant Achrekars 4th Death Anniversary) को उनकी चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी है। क्रिकेट के कई रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले सचिन ने गुरू को याद किया और कहा कि उनके बिना मैं कुछ नहीं होता।
 

Sachin Pays Tribute To Ramakant Achrekar. क्रिकेट की दुनिया के बेताज बादशाह रहे सचिन तेंदुलकर ने अपने गुरू रमाकांत आचरेकर को उनकी चौथी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। सचिन ने अपने द्रोणाचार्य यानि गुरू आचरेकर को याद करते हुए भावुक पोस्ट भी लिखा है। सचिन ने कहा कि उनके बिना वे कुछ भी नहीं होते। दरअसल, वृद्धावस्था की बीमारियों की वजह से बीते 2 जनवरी 2019 को रमाकांत आचरेकर का निधन हो गया था।

सचिन ने किया भावुक पोस्ट
सचिन तेंदुलकर ने अपने गुरू रमाकांत आचरेकर को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट लिखा। सचिन ने लिखा कि उन्होंने मुझे तकनीक सिखाई, अनुशासन सिखाया और इस सबसे महत्वपूर्ण उन्होंने खेल का सम्मान करना सिखाया। मैं उन्हें हर रोज याद करता हूं लेकिन आज उनकी चौथी पुण्यतिथि पर मैं अपने द्रोणाचार्य को सैल्यूट करता हूं। बिना उनके मैं इस तरह का क्रिकेटर नहीं बन सकता था। सचिन तेंदुलकर के इस पोस्ट पर उनके चाहने वाले भी कमेंट कर रहे हैं और सचिन की महानता पर कसीदे पढ़ रहे हैं। सचिन ने गुरू के साथ अपनी एक पुरानी फोटो भी शेयर की है।

9 साल पहले लिया क्रिकेट से संन्यास
सचिन तेंदुलकर ने साल 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। सचिन को क्रिकेट का भगवान इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने जेंटलमैन गेम कहे जाने वाले क्रिकेट में अनगिनत रिकॉर्ड्स बनाए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतकों का रिकॉर्ड सचिन के नाम है और वनडे क्रिकेट में पहली बार दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी सचिन तेंदुलकर के नाम है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 34,357 रन बनाए हैं। सचिन ने आईपीएल में भी कमाल का प्रदर्शन किया है और वे शुरूआत में मुंबई इंडियन से जुड़े थे। इस वक्त सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।

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