सार
पूर्व पाकिस्तान क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने अपनी किताब में पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर को घमंडी बताया था, जिसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने करारा जवाब दिया है। गंभीर ने सोशल मीडिया पर अफरीदी को जवाब देते हुए कहा कि जिस इंसान को अपनी उम्र ना याद रहती हो उसे मेरे आंकड़े कैसे याद होंगे। इसके बाद उन्होंने अफरीदी को 2007 T-20 वर्ल्डकप के आंकड़े याद दिला दिए।
नई दिल्ली. पूर्व पाकिस्तान क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने अपनी किताब में पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर को घमंडी बताया था, जिसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने करारा जवाब दिया है। गंभीर ने सोशल मीडिया पर अफरीदी को जवाब देते हुए कहा कि जिस इंसान को अपनी उम्र ना याद रहती हो उसे मेरे आंकड़े कैसे याद होंगे। इसके बाद उन्होंने अफरीदी को 2007 T-20 वर्ल्डकप के आंकड़े याद दिला दिए। आगे उन्होंने कहा कि झूठ बोलने वाले लोगों के सामने वो हमेशा अकड़ में रहते हैं।
दरअसल शाहिद अफरीदी ने अपनी किताब में गौतम गंभीर को अकड़ू और बड़बोला बल्लेबाज बताया था। इस किताब में उन्होंने सचिन तेंदुलकर और इरफान पठान का भी जिक्र किया था।
खुद को डॉन ब्रैडमैन से कम नहीं समझते गंभीर- अफरीदी
अफरीदी ने अपनी किताब में लिखा है कि गौतम गंभीर खुद को डॉन ब्रैडमैन से कम नहीं समझते हैं। वो औसत दर्जे के एक ज्यादा बोलने वाले खिलाड़ी हैं। उनके नाम कोई भी बड़ा रिकॉर्ड नहीं है, पर वो खुद को जेम्स बॉन्ड जैसे खिलाड़ियों से कम नहीं आंकते। उनके व्यवहार में ही समस्या है। उनका कोई व्यक्तित्व नहीं है, ना ही कोई रिकॉर्ड है। उन्हें बस नखरनेबाजी करना आता है। इस किताब में उन्होंने गंभीर के साथ हुई लड़ाई का भा जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि साल 2007 में दोनों खिलाड़ी आपस में मैदान के अंदर भिड़ गए थे। उस समय दोनों ने एक दूसरे की मां बहन को जमकर याद किया था।
सहवाग और पठान का भा किया जिक्र
अफरीदी ने अपनी किताब में टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेन्द्र सहवाग और इरफान पठान का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि सहवाग सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करते रहते हैं। ये सही आचरण नहीं है। इसके अलावा पठान के बारे में उन्होंने कहा कि जब भी मैं उनके खिलाफ खेलता था तो मेरे दिमाग में एक ही बात रहती थी। मैदान में एक ही पठान रहेगा। या तो वो या फिर मैं।
सचिन के बल्ले से ही लगाया था सबसे तेज शतक
अफरीदी ने भले ही भारत के बाकी खिलाड़ियों के बारे में उल्टी सीधी बातें बोली हों, पर मास्टर ब्लास्टर से पंगा नहीं ले पाए। उन्होंने सचिन को तकनीकी तौर पर सबसे सक्षम भारतीय बल्लेबाज बताया। उन्होंने अपनी किताब में यह खुलासा भी किया कि उन्होंने 37 गेंदों में शतक सचिन के बल्ले से ही लगाया था। अफरीदी ने साल 1996 में यह पारी खेली थी और लंबे समय तक उनके नाम वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज था।