सार
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम का फील्डिंग स्तर अव्वल दर्जे का रहा है। पहला वनडे हारने के बाद भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ अपनी फील्डिंग का स्तर भी ऊपर उठाया और दूसरे वनडे में शानदार वापसी की।
बेंगलुरू. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम का फील्डिंग स्तर अव्वल दर्जे का रहा है। पहला वनडे हारने के बाद भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ अपनी फील्डिंग का स्तर भी ऊपर उठाया और दूसरे वनडे में शानदार वापसी की। तीसरे मैच में भी भारत की फील्डिंग का स्तर बहुत बेहतरीन रहा और कप्तान कोहली के शानदार कैच की बदौलत भारत ने लाबुशेन का विकेट लिया। इस विकेट के बाद स्टार्क भी जल्द ही आउट हो गए और भारत मैच में वापस आ गया।
कोहली के कैच ने कराई भारत की वापसी
सीरीज के तीसरे मैच में भी वार्नर भले ही सस्ते में आउट हो गए हों पर फिंच और लाबुशेन के विकेट भारत ने फील्डिंग के दम पर लिए। पहले 4 खिलाड़ियों ने मिलकर फिंच को रन आउट किया और फिर कोहली के शानदार कैच ने लाबुशेन की पारी खत्म कर दी। इसी के चलते ऑस्ट्रेलिया की लय टूटी और वह बड़ा स्कोर नहीं बना पाई।
दूसरे मैच में भी फील्डिंग के दम पर बनाई थी बढ़त
सीरीज का पहला मैच हारने के बाद भारतीय टीम ने दूसरे वनडे में पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बना लिया था। अब भारत को शुरुआती ओवरों में एक विकेट की जरूरत थी। वार्नर और फिंच दोनों शानदार लय में दिख रहे थे। शमी की एक गेंद पर वार्नर ने शानदार शॉट लगाया, सभी को चौके की उम्मीद थी, पर मनीष पांडे ने शानदार कैच पकड़कर भारत को शुरुआती विकेट दिला दिया और टीम इंडिया ने यहीं से ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाना शुरू किया।