सार

भारत और वेस्टइंडीज बीच खेली जा रही T-20 सीरीज का दूसरा मैच वेस्टइंडीज ने 8 विकटों से जीत लिया। 170 रन बनाने के बावजूद भारत वेस्टइंडीज को कोई चुनौती नहीं दे सका और कैरिबियाई टीम ने बड़ी आसानी से सीरीज में बराबरी कर ली।

थिरुवनन्तपुरम. भारत और वेस्टइंडीज बीच खेली जा रही T-20 सीरीज का दूसरा मैच वेस्टइंडीज ने 8 विकटों से जीत लिया। 170 रन बनाने के बावजूद भारत वेस्टइंडीज को कोई चुनौती नहीं दे सका और कैरिबियाई टीम ने बड़ी आसानी से सीरीज में बराबरी कर ली। भारत की इस हार के पीछे कई कारण थे, जिसमें खराब फील्डिंग और घटिया गेंदबाजी प्रमुख हैं। हम आपको ऐसे ही पांच कारण बता रहे हैं, जिनकी वजह से भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। 

1. टॉस का हारना
मैच की शुरुआत से ही चीजें वेस्टइंडीज के पक्ष में होनी शुरु हो गई थी। ग्रीनफील्ड स्टेडियम में टॉस खासा अहम रहता है, क्योंकी दुसरी पारी के दोरान जमकर ओस गिरती है और गेंदबाजी करने में खासी परेशानी आती है। इसके साथ ही फील्डिंग के दौरान भी गेंद हाथ से छिटकती है, पर भारतीय टीम यह अहम टॉस हार गई और मैच शुरु होने से पहले ही वेस्टइंडीज से एक कदम पिछड़ गई। 

2. दुबे को नहीं मिला किसी का साथ
सीरीज के पहले मैच में भारत ने 208 रनों के लक्ष्य का पीछा बड़ी आसानी से कर लिया था, क्योंकि कप्तान कोहली के साथ लोकेश राहुल ने भी शानदार बल्लेबाजी की थई और दोनों ने मिलकर भारतीय टीम को जीत दिलाई थी। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजी कुछ खास नहीं कर पाई अकेले शिवम दुबे ने अर्धशतक लगाया और बाकी सभी बल्लेबाजों ने छुटपुट योगदान ही दिया। इसमें भी किसी भी बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर नहीं था। 

3. शुरुआती विकेट निकालने में नाकाम रहे तेज गेंदबाज
भारत के तेज गेंदबाज शुरुआती वेकेट निकालने में नाकाम रहे। वेस्टइंडीज के बैटिंग लाइनअप को देखते हुए भारत ने पहले ही 15-20 रन कम बनाए थे। इसके बाद गेंदबाजों ने पहला विकेट 73 रन के स्कोर पर गिराया। उस समय तक वेस्टइंडीज के ओपनिंग बल्लेबाजों ने अपनी टीम की जीत की नींव रख दी थी और आगे के बल्लेबाजों ने बड़ी आसानी से जीत हासिल कर ली। 

4. खराब फील्डिंग
पिछले कुछ मैचों से फील्डिंग भारतीय टीम की नई समस्या बनती जा रही है। बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी भारत ने जमकर केच टपकाए थे, पर उस समय ये बातें भारत को अखरी नहीं थी क्योंकी टीम मैच जीत रही थी। पिछले मैच में भी भारत ने कैच छोड़े थे पर कोहली की पारी ने सबकुछ संभाल लिया। इस मैच में खराब फील्डिंग भारत पर भारी पड़ गई और टीम को अंत में यह मैच गंवाना पड़ा। 

5.स्पिनर्स का खराब प्रदर्शन 
ग्रीनफील्ड की पिच स्पिन गेंदबाजों को मदद कर रही थी और यहां पर गेंद रुक कर आ रही थी, पर भारत के स्पिनर्स इसका फायदा नहीं उठा पाए और सुंदर को छोड़कर चहल और जडेजा खासे मंहगे साबित हुए। वास्तव में चहल और जडेजा ही टीम के मुख्य स्पिनर थे और उन पर मीडिल ओवरों में विकेट चटकाने की जिम्मेदारी थी, पर विकेट चटकाना तो दूर दोनों में से कोई भी अपने 4 ओवर भी नहीं पूरे कर सका।