सार

हनीफ दूसरा रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए। इसके बाद स्कोरकार्ड अपडेट हुआ और हनीफ 499 पर रन आउट हो चुके थे। जब उन्हें यह बात पता चली तो वो गुस्से में पवेलियन की तरफ लौटे। हनीफ का कहना था कि अगर उन्हें पता होता कि वो 499 पर हैं तो वो कभी भी यह खतरा मोल नहीं लेते।     
 

नई दिल्ली. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के नाम है। लारा ने साल 1994 में वारविकशायर के लिए 501 रनों की नाबाद पारी खेली थी। लारा के अलावा भी कई बल्लेबाजों ने 400 से ज्यादा का स्कोर पार किया है, पर उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज 500 का आंकड़ा नहीं पार कर पाया। आपको शायद ही पता होगा कि लारा का जन्म होने से पहले ही एक बल्लेबाज 500 के आंकड़े के बहुत करीब था और अगर स्कोरर ने गलती ना की होती तो सबसे पहले 500 रन बनाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद के नाम होता। 

हनीफ मोहम्मद पाकिस्तान के अब तक से सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। हनीफ ने पाकिस्तान के लिए 55 टेस्ट मैचों में 43.98 के औसत से 3,915 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 15 अर्धशतक भी लगाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 337 का था, जो उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1958 में बनाया था। 

हवा में खेला था सिर्फ एक शॉट 
साल 1959 में कराची और बहावलपुर के बीच मैच खेला जा रहा था। हनीफ मोहम्मद कराची के लिए खेल रहे थे। मैच के दूसरे दिन हनीफ का व्यक्तिगत स्कोर 300  के करीब था। अगले दिन भी हनीफ लगातार रन बनाते रहे और डॉन ब्रैडमैन के सर्वाधिक फर्स्ट क्लास स्कोर की करीब पहुंच गए। उनके भाई वजीर मोहम्मद टीम के कप्तान थे। वजीर ने उन्हें बताया कि वो डॉन ब्रैडमैन के सर्वाधिक स्कोर के पास पहुंच चुके हैं। अब हनीफ और संभलकर बल्लेबाजी करने लगे। पूरी पारी के दौरान उन्होंने सिर्फ एक शॉट हवा में खेला। 

स्कोरर की गलती से हो गए थे आउट 
दिन का खेल खत्म होने वाला था और हनीफ 498 के स्कोर पर थे। उस समय स्कोरकार्ड हाथ से अपडेट किया जाता था। हानिफ का स्कोर स्कोरकार्ड पर 496 रन ही दिखा रहा था। दिन का खेल खत्म होने वाला था और हानिफ ने उसी दिन अपने 500 रन पूरे करने की कोशिश की। इसी तक्कर में उन्होंने पॉइन्ट की तरफ शॉट खेला और हल्की सी मिसफील्ड पर दूसरा रन भागने की कोशिश की। यहीं उनसे गलती हो गई, हनीफ दूसरा रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए। इसके बाद स्कोरकार्ड अपडेट हुआ और हनीफ 499 पर रन आउट हो चुके थे। जब उन्हें यह बात पता चली तो वो गुस्से में पवेलियन की तरफ लौटे। हनीफ का कहना था कि अगर उन्हें पता होता कि वो 499 पर हैं तो वो कभी भी यह खतरा मोल नहीं लेते।