दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान की प्रक्रिया खत्म हो गई। शाम को मतदान खत्म होते ही कवि और कभी आम आदमी पार्टी के संस्थापक रहे कुमार विश्वास ने निशाना साधा।

नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान की प्रक्रिया खत्म हो गई। शाम को मतदान खत्म होते ही कवि और कभी आम आदमी पार्टी के संस्थापक रहे कुमार विश्वास ने निशाना साधा। कुमार विश्वास ने दिल्ली में कम मतदान का ठीकरा बिना नाम लिए वैकल्पिक राजनीति देने वाली आप सरकार और केजरीवाल पर फोड़ा। 

कुमार विश्वास ने ट्वीट में लिखा, "जिस दिल्ली से वैकल्पिक राजनीति की उम्मीद पूरे देश में जगी थीं आज उसी दिल्ली में इतना कम मतदान यही सिद्ध करता है कि जनता आशाओं को धूमिल करने वाले राजनीतिक विमर्श से विमुख हैं। सोचिए कि सत्तर सीटों में से सबसे कम मतदान नई दिल्ली सीट पर हुआ।" बताने की जरूरत नहीं कि नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ रहे हैं। 

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आप के संस्थापकों में रहे हैं कुमार विश्वास 
अन्ना हज़ारे के इंडिया अगेन्स्ट करप्शन मूवमेंट में कुमार विश्वास भी अरविंद केजरीवाल के साथ अगली पंक्ति में शामिल रहे। आंदोलन के बाद जब वैकल्पिक राजनीति के नाम पर आप की स्थापना की गई, संस्थापक सदस्यों में रहे। मगर दिल्ली में आप की दोबारा सरकार बनने के बाद केजरीवाल के साथ कुमार विश्वास के रिश्ते कमजोर होते गए। असहमतियां इतनी बढ़ी कि कुमार विश्वास ने "आप" से अपने नाते तोड़ लिए। 

कुमार में चुनाव में किए सपोर्ट किया?
पूरे कैम्पेन के दौरान कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल और आप का जमकर विरोध किया। बुरे भले वाले उनके कई ट्वीट कवि के हैंडल पर पढ़े जा सकते हैं। हालांकि चुनाव तक उन्होंने किसी भी पार्टी को सपोर्ट नहीं किया। अलबत्ता किसी पार्टी को सपोर्ट का जिक्र किए बिना शनिवार की सुबह एक ट्वीट में उन्होंने आप को हराने की अपील की।

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कुमार विश्वास ने सुबह लिखा, "पिछले 5 साल के कलंक धोने का समय है दिल्ली वालों। वोट की चोट से समाज, देश, आशाओं, सेना, मित्रता व भरोसे की हत्या करने वाले राजनीतिक एड्स आत्ममुग्ध बौनों के निकृष्ट मंसूबे ध्वस्त करने का समय है। निकलो घरों से, बताओ कि बना सकते हो तो अंहकारी शिशुपालों को मिटा भी सकते हो।"