सार

गुजरात चुनाव में बीजेपी ने इस बार रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। पार्टी ने 156 सीटें जीतकर नया इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही एशियानेट न्यूज-सीफोर (Asianet News and CFore) के उस सर्वे पर भी मुहर लग गई है, जिसमें प्री-पोल सर्वे (चुनाव पूर्व सर्वेक्षण) में बताया गया था कि बीजेपी गुजरात में 133 से 143 सीटों पर जीत हासिल करेगी।

Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात चुनाव में बीजेपी ने इस बार रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। पार्टी 156 सीटें जीतकर नया इतिहास बना दिया है। इसके साथ ही एशियानेट न्यूज-सीफोर (Asianet News and CFore) के उस सर्वे पर भी मुहर लग गई है, जिसमें प्री-पोल सर्वे (चुनाव पूर्व सर्वेक्षण) में बताया गया था कि बीजेपी गुजरात में 48 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 133 से 143 सीटों पर जीत हासिल करेगी। बता दें कि BJP ने 1995 में 121 सीटें, 1998 में 117 सीटें, 2002 में 127 सीटें, 2007 में 117 सीटें, 2012 में 115 सीटें और 2017 में 99 सीटें जीती थीं।  

कांग्रेस-आप दूर-दूर तक नहीं : 
एशियानेट न्यूज-सीफोर (Asianet News and CFore)ने गुजरात में 23 सितंबर 2022 से 10 अक्टूबर 2022 के बीच प्री-पोल सर्वे कराया था। इसमें बताया गया था कि इस बार भी भाजपा ही सत्ता में वापसी कर रही है। सर्वे में भाजपा को स्पष्ट बहुमत के साथ 133 से 143 सीटें जीतने की बात कही गई थी। वहीं, कांग्रेस को 31 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 28 से 37 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई थी। हालांकि, कांग्रेस महज 17 सीटों पर ही सिमट गई।

'आप' को उम्मीद के मुताबिक सीट नहीं मिलीं : 
सर्वे में जो सबसे चौंकाने वाली बात थी, वो ये कि अब तक मुफ्त के वादों की झड़ी लगाकर उत्साह में दिख रही आम आदमी पार्टी को नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले। पार्टी को 16 प्रतिशत वोट के साथ केवल 5 से 14 सीट मिलते की उम्मीद जताई गई थी। सर्वे के मुताबिक, आप को 5 सीटे ही मिली हैं। वहीं, अन्य के खाते में 5 प्रतिशत वोट के साथ 1 से 3 सीटें आने की बात कही गई थी, जो 4 आई हैं।

केजरीवाल के दावे और वादे पूरा करने पर लोगों को शक :  
माना जा रहा है आप का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा और इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि 37 प्रतिशत लोग अरविंद केजरीवाल के मुफ्त के वादों से प्रभावित नहीं हैं। इसके अलावा, 64 प्रतिशत लोगों ने यह माना था कि केजरीवाल भारी-भरकम वादा तो कर रहे हैं, मगर उसे पूरा नहीं कर पाएंगे। 

भाजपा को पसंद करने की ये है बड़ी वजहें :  
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में मतदाता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेदाग और ईमानदार छवि से प्रभावित हैं। साथ ही, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गुजरात में किए गए विकास कार्यों से भी वे संतुष्ट हैं। 34 प्रतिशत वोटर्स ने राज्य सरकार के प्रदर्शन को अच्छा बताया और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के काम की तारीफ की। वहीं, 9 प्रतिशत ने इसे एक्सीलेंट बताया। 

सर्वे में हर विधानसभा क्षेत्र में 1 हजार वोटर्स से बात की गई :  
एशियानेट-सीफोर की टीम ने चुनाव पूर्व इस सर्वे को 23 सितंबर 2022 से 10 अक्टूबर 2022 के बीच किया था। कुल 182 विधानसभा सीट पर 1 लाख 82 हजार 557 वोटर्स से विभिन्न मुद्दों पर बात की गई। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग एक हजार वोटर्स से बात की गई। बात करने के लिए लोगों को विभिन्न उम्र, शिक्षा और लिंग के आधार पर चयनित किया गया था। उनसे महंगाई, बेरोजगारी, सड़क, ड्रेनज-सीवेज, पीने के पानी, परिवहन व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, कूड़े के निपटान, बाजार और खेती की संभावनाओं और परेशानियों, बिजली, भ्रष्टाचार, कानून और व्यवस्था और कर्ज सुविधा आदि मुद्दों पर भी सवाल किए गए। 

कांग्रेस के वोट शेयर में गिरावट के ये बड़े कारण : 
लोगों को मानना है कि सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस में ठोस नेतृत्व की कमी है। इसके अलावा, पार्टी के कई बड़े और प्रभावशाली नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में चले गए, जिसमें हार्दिक पटेल भी मजबूत उदाहरण हैं। इसके अलावा, राज्य में कांग्रेस पार्टी की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है और संगठन लगभग खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है। राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा के तहत गुजरात में घूम रहे हैं, जबकि चुनावी राज्यों में उनकी उपस्थिति होनी चाहिए थी। यही नहीं, राज्य के लोगों पर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का बहुत असर होता नहीं दिख रहा।

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