सार
Gujarat Assembly Election 2022: पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबसे अधिक वोट मिले। इसके बाद कांग्रेस और फिर निर्दलीय प्रत्याशियों को वोट मिले। इसके बाद जिस बटन को सबसे अधिक दबाया गया, वो नोटा का था।
अहमदाबाद। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस बीच गुजरात के पिछले विधानसभा चुनाव परिणामों पर एक नजर गौर करें, तो इसके कई पहलू सामने आते हैं, जिसमें नोटा भी प्रमुख है। राज्य में गत 2017 के चुनाव में प्रत्याशियों की जीत-हार में नोटा की भूमिका निर्णायक थी। करीब 5 लाख मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। वहीं, इस बार के चुनाव में भी यह निर्णायक साबित हो सकता हैं।
विधानसभा चुनाव 2017 में सबसे पहली बार नोटा (नन ऑफ दी एबव) का विकल्प मिला। पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में 4.35 करोड़ मतदाता थे। इनमें से 3.01 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाला था। इस तरह 69.01 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इनमें से 1.47 करोड़ वोट भाजपा, 1.24 करोड़ वोट कांग्रेस को मिले थे। इस तरह 49.10 प्रतिशत भाजपा और 41.40 प्रतिशत वोट कांग्रेस को मिला था। वहीं, 12.90 लाख यानी 4.3 प्रतिशत वोट निर्दलीय प्रत्याशियों को मिले थे।
विधानसभा के चुनाव में सर्वाधिक वोट....
पार्टी/पक्ष | वोट मिले | वोट प्रतिशत में |
भाजपा | 1.4 करोड़ | 49.10% |
कांग्रेस | 1.24 करोड़ | 41.40% |
निर्दलीय | 12.90 लाख | 4.30% |
नोटा | 5.51 लाख | 1.80% |
बीटीपी | 2.22 लाख | 0.70% |
बसपा | 2.07 लाख | 0.70% |
एनसीपी | 1.84 लाख | 0.60% |
आप | 24,918 | 0.10 |
कुल | 3.10 करोड़ | -- |
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशियों को वोटिंग हुई। इसके बाद सर्वाधिक बटन नोटा का दबाया गया था। इस तरह 1.80 प्रतिशत अर्थात् 5,51,615 मतदाताओं ने नोटा के विकल्प चयन किया। उस चुनाव में 5,48,332 मतदाताओं ने इवीएम द्वारा नोटा का इस्तेमाल किया तो 3262 मतदाताओं ने बैलेट से। विशेषज्ञों के अनुसार विधानसभा के इस चुनाव में नोटा का उपयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या ज्यादा होगी।
नोटा से कांग्रेस को ज्यादा नुकसान
एक ओर यह कहा जा रहा है कि भाजपा के लिए सत्ता विरोधी लहर तो कांग्रेस के लिए मजबूत प्रत्याशियों के चयन के अभाव में नोटा का उपयोग होगा। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों के प्रति मतदाताओं में अनिश्चितता से भी इंकार नहीं किया जा सकता। विधानसभा के 2017 के चुनाव में अहमदाबाद से 54,975, बनासकांठा से 33,606, सूरत से 35,823, वड़ोदरा से 28,273, राजकोट से 21,145 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर विविध राजनीतिक पार्टियों के प्रति अपनी मर्जी का इजहार किया था।
2017 में इन जिलों में सबसे अधिक वोटर्स ने किया नोटा का इस्तेमाल...
जिला | नोटा |
अहमदाबाद | 54,975 |
सूरत | 35,823 |
बनासकांठा | 33,606 |
वडोदरा | 28,273 |
दाहोद | 27,013 |
पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को
बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार पहले चरण की वोटिंग प्रॉसेस के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी होगा। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर (Gujrat Vidhansabha Chunav kitni tarikih ko hai) को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे।
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