सार
गुजरात चुनाव के विधानसभा नतीजों के बीच मोरबी से बीजेपी के उम्मीदवार कांतिलाल अमृत की चर्चा जोरों पर है।
मोरबी. गुजरात चुनाव के विधानसभा नतीजों के बीच मोरबी से बीजेपी के उम्मीदवार कांतिलाल अमृत की चर्चा जोरों पर है। आखिर इसकी वजह क्या है। आइए बताते हैं। दरअसल, 30 अक्टूबर को गुजरात के मोरबी शहर स्थित मच्छु नदी में पुल टूटने का दर्दनाक हादसा हुआ था। इसमें 135 लोगों की जान चली गई थी। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ने इस मुद्दे को हथियार बनाकर बीजेपी की सरकार को जमकर घेरा था। अब इस विधानसभा सीट की काउंटिंग जारी है। यहां बीजेपी के उम्मीदवार कांतिलाल ने कांग्रेस के उम्मीदवार जेरजभाई पटेल के खिलाफ शुरुआती बढ़त बना ली है।
क्यों हो रही बीजेपी उम्मीदवार की चर्चा
अमृत कांतिलाल पुल टूटने की घटना के बाद अचानक सुर्खियों में आ गए थे। इसकी वजह थी कि पुल टूटने की घटना के बाद वह पीड़ितों को बचाने के लिए अपनी जान पर खेलते हुए मच्छु नदी में कूद गए थे। तब उनका वीडियो काफी वायरल हो गया था। बता दें, एक निजी कंपनी ने पुल की मरम्मत की थी, जिसके बाद 26 अक्टूबर को पुल को आमजन के लिए खोल दिया गया था। अमृत कांतिलाल के सुर्खियों में आने के बाद उनकी बहादुरी की चर्चा हर जगह हो रही थी। उनकी इस बहादुरी भरे काम की वजह से बीजेपी ने उन्हें मोरबी सीट से उम्मीदवार बनाया था। यहां सभी आरोपों के बीच नतीजे बीजेपी के पक्ष में आ रहे हैं।
મોરબીમાં ઝુલતા પુલની દુર્ઘટના ખુબ જ કમનસીબ છે. હું સ્થળ પર જ છું. સૌને નમ્ર અપીલ કે આ દુઃખની ઘડીમાં આપણે સૌ સાથે મળી શક્ય તેટલા લોકોને મદદરૂપ થઈએ.
— Kantilal Amrutiya (@Kanti_amrutiya) October 30, 2022
નોંધ:જે જગ્યાએ બચાવ કાર્ય ચાલુ છે ત્યા ખોટી ભીડ ના કરીએ જેથી રાહતકાર્યમાં કોઈ અડચણ ના આવે.@narendramodi @AmitShah @Bhupendrapbjp pic.twitter.com/s5HG2ZY0zt
5 बार विधायक रह चुके हैं
कांतिलाल अमृत मोरबी से पांच बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें लोग कान्हाभाई नाम से बुलाते हैं। 7 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके कांतिलाल पहले भी पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। इनमें 1995, 1998, 2002, 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव शामिल हैं। हालांकि 2017 में वह विधायक चुनाव हार गए थे।