सार
Himachal Pradesh Assembly Election 2022: कांग्रेस ने चाचा यानी पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी को टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने भतीजे डॉक्टर जनकराज को मैदान में उतारा है। आप ने प्रकाशचंद को टिकट दिया है। तीनों एक ही गांव के हैं।
शिमला। Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जहां सत्ता में एक बार फिर वापसी करना चाहती है, तो कांग्रेस 5 साल दूर रहने के बाद फिर सरकार बनाना चाहती है। वहीं, दिल्ली और पंजाब के बाद आम आदमी पार्टी इस बार हिमाचल में भी खाता खोलने के मूड में दिख रही है। बहरहाल, सभी जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं और 12 तारीख को मतदान से पहले अपने-अपने पक्ष में वोटर्स को करना चाहते हैं।
बहरहाल, आज हम राज्य की एक ऐसी विधानसभा सीट के बारे में बात करेंगे, जो इस चुनाव में चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, भरमौर विधानसभा में तीन प्रत्याशी हैं और दिलचस्प ये है कि तीनों प्रत्याशी एक ही गांव के हैं। जी हां, इस गांव का नाम हे सचुई और यह भरमौर विधानसभा के सचुई ग्राम पंचायत में आती है। यानी भरमौरी विधानसभा सीट पर जीत किसी की हो, विधायक तो सचुई गांव का ही होगा। कांग्रेस ने यहां से ठाकुर सिंह भरमौरी को टिकट दिया है। वे पूर्ववर्ती सरकार में वनमंत्री रह चुके हैं।
रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं ठाकुर सिंह औ जनकराज
वहीं, भाजपा ने डॉक्टर जनकराज को टिकट दिया है। जनकराज मशहूर न्यूरोसर्जन हैं और सचुई के ही रहने वाले हैं। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी ने भी इसी गांव के प्रकाश चंद भारद्वाज को टिकट दिया है। प्रकाशचंद्र प्रिंसिपल पद से रिटायर हुए हैं। इससे भी हैरानी की बात ये है कि भाजपा और कांग्रेस के जो प्रत्याशी हैं, यानी डॉक्टर जनकराज और ठाकुर सिंह भरमौरी, इन दोनों का परिवार एक ही है। ठाकुर सिंह भरमौरी भाजपा प्रत्याशी जनकराज के चाचा हैं।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट पद से इस्तीफा दिया जनकराज ने
डॉक्टर जनकराज इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल सुपरिटेंडेंट पद पर रह चुके हैं और भाजपा से चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने इस पद से इस्तीफा भी दे दिया है। हालांकि, राजनीति में यह इनका पहला कदम है। वहीं, पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी है और लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नामांकन और नाम वापसी का दौर पूरा हो चुका है। यहां 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 786 उम्मीदवार ने पर्चा भरा था। मगर 589 प्रत्याशियों का पर्चा स्वीकृत हुआ, जबकि 84 के पर्चे रिजेक्ट हो गए। वहीं 113 ने उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया था। इस बार एक चरण में वोटिंग होगी। चुनाव प्रचार अभियान 10 नवंबर को शाम पांच बजे खत्म हो जाएगा। इसके बाद मतदान 12 नवंबर को है, जबकि मतगणना 8 दिसंबर को होगी। इसमें भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 68 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं।