सार

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) में इंदौरा विधानसभा सीट का चुनावी गणित समझने के यहां के स्थानीय मुद्दों को समझना जरूरी होगा। विधानसभा चुनाव में इस बार यह सीट काफी हॉट होने वाली है क्योंकि इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में है।
 

शिमला. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) सीट पर 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। इस बार इंदौरा विधानसभा सीट किसके पाले में जाएगी यह निर्णय तो चुनाव के बाद होगा लेकिन पार्टियां अभी से तैयारी कर रही हैं। इंदौरा विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में आती है। यहां पिछले विधानसभा चुनाव में 48.80 प्रतिशत वोट बीजेपी को मिले थे। तब भारतीय जनता पार्टी की रीता देवी ने कांग्रेस प्रत्याशी को 1095 मतों से हरा दिया था। हालांकि इस बार दोनों पार्टियां दावा कर रही हैं। 

2017 विधानसभा चुनाव के परिणाम
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी की प्रत्याशी रीता देवी को कुल 48.8 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को 47.0 प्रतिशत वोट मिले। यहां पर नोटा को चौथा स्थान मिले थे, जिसे कुल 1.6 प्रतिशत वोट मिले। हिमाचल प्रदेश की यह विधानसभा 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में करीब 40 पंचायतें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव के आंकड़े देखें तो यहा मतदाताओं की संख्या करीब 70 हजार है, जो प्रति पांच वर्ष में 5 हजार मतदाता बढ़ जाते हैं। माना जाव रहा है कि विधानसभा चुनाव 2022 में यहां वोटर्स की संख्या 75 हजार को पार कर जाएगी।

क्या हैं यहां के मेन मुद्दे
इंदौरा विधानसभा के लोगों की प्रमुख मांग है कि यहां की समस्याओं को दूर करने के ईमानदार प्रयास होने चाहिए। विधानसभा में लड़कियों के लिए अच्छे स्कूल की मांग काफी समय से की जा रही है। इतना ही नहीं यहां की सड़कें भी लोगों की मुख्य जरूरत हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो बारिश के दिनों में इंदौरा विधानसभा के लोग बाकी हिस्सों से कट जाते हैं और वे इसका परमानेंट सोल्यूशन चाहते हैं। नियमित पेयजल की आपूर्ति यहां की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। कुल मिलाकर हिमाचल प्रदेश की यह विधानसभा कई मायनों में चुनावी मुद्दों के लिए मुफी जगह है। 

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