सार
पंजाब चुनाव में कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की सूची के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या सिद्धू का पलड़ा अभी भी कांग्रेस में भारी है और पार्टी हाइकमान सिद्धू को तवज्जो दे रहा है। क्योंकि एक दिन पहले ही सिद्धू ने सीएम फेस को लेकर सीधे गांधी परिवार से पंगा ले लिया।
चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव हैं और सत्ताधारी कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर खुलकर लड़ाई चल रही है। इस बीच, कांग्रेस हाइकमान ने पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची कर दी है। इसमें 30 बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। चौंकाने वाली बात ये है कि स्टार प्रचारकों की सूची में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot singh Sidhu) का नाम प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी (Harish Chaudhary) के नाम के बाद दिया गया है। जबकि सिटिंग सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) को सिद्धू के बाद जगह दी गई है।
इस सूची के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या सिद्धू का पलड़ा अभी भी कांग्रेस में भारी है और पार्टी हाइकमान सिद्धू को तवज्जो दे रहा है। क्योंकि एक दिन पहले ही सिद्धू ने सीएम फेस को लेकर सीधे गांधी परिवार से पंगा ले लिया और यहां तक कह दिया कि ऊपर बैठे लोग खुद के इशारे पर नाचने वाला CM चाहते हैं। आइए जानते हैं वो 10 बड़ी वजह, जिससे कांग्रेस चाहकर भी सिद्धू को नाराज नहीं करना चाहती है।
- सिद्धू अच्छे लीडर हैं। पार्टी का फेस हैं। आक्रामक तरीके से प्रचार करते हैं। अपने बेबाक और स्पष्ट बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ ही वे किसी से भी पंगा लेने से नहीं हिचकते।
- सिद्धू की लोगों पर जबरदस्त पकड़ है। यदि सिद्धू को इस वक्त नाराज कर दिया तो कम से कम कांग्रेस की 10 से 12 सीटों पर इसका इंपैक्ट सीधा-सीधा नजर आएगा।
- सिद्धू लंबे समय से कांग्रेस में सीएम पद के लिए लड़ रहे हैं। यदि उन्हें इस वक्त नाराज कर दिया तो सिद्धू इसे बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे और वह पार्टी के खिलाफ भी जा सकते हैं।
- सिद्धू को यदि नाराज किया तो इसका असर राष्ट्रीय स्तर पर भी पड़ सकता है। क्योंकि सिद्धू की राष्ट्रीय पहचान है।
- कांग्रेस भविष्य में सिद्धू को लेकर काफी संभावनाएं तलाश रही है।
- सिद्धू प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की टीम के सदस्य हैं। दोनों नेता सिद्धू की बात को काफी महत्व देते हैं और उनके फैसले पर हामी भरते आए हैं।
- कांग्रेस ने पहले ही पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को खो दिया है, जो पार्टी का बड़ा चेहरा थे। अब सिद्धू को खोकर पार्टी बड़ा जोखिम नहीं लेना चाह रही है।
- सिद्धू पार्टी का पंजाबी भी फेस हैं। जट सिख वोटर को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए इतना बड़ा लीडर फिलहाल कांग्रेस के पास नहीं है।
- सिद्धू ने कम समय में ही कांग्रेस में जमीन तलाश ली। संगठन स्तर पर भी प्रभावी नेताओं को जोड़ा है।
- सिद्धू के पास अच्छा खासा राजनीतिक अनुभव भी है। पहले वो भाजपा के सांसद रहे और फिर कांग्रेस में विधायक, मंत्री रहे।
कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की सूची में इनके नाम...
सोनिया गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, हरीश चौधरी, नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी, अंबिका सोनी, मीरा कुमार, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा, अजय माकन, भूपिंदर सिंह हुड्डा, आनंद शर्मा, कुमारी शैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, राजीव शुक्ला, सचिन पायलट, रवनीत सिंह बिट्टू, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, नेत्ता डिसूजा, बीवी श्रीनिवास, इमरान प्रतापगढ़ी, अमरिंदर सिंह राजा, अमृता धवन, रामिंदर आवला, तेजेंदर सिंह बिट्टू का नाम शामिल है।
पंजाब चुनाव में ऐसा है पूरा कार्यक्रम
कुल विधानसभा सीटें- 117
नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख- 25 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख- 1 फरवरी
नामांकन पत्रों की जांच- 2 फरवरी
नाम वापसी की अंतिम तारीख- 4 फरवरी
मतदान- 20 फरवरी
रिजल्ट- 10 मार्च
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नामांकन की एक फरवरी को आखिरी तारीख है। 4 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया।
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