सार

बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यूपी चुनाव में अपनी पार्टी के लिए 10 सीटों की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी का जनाधार पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ा है। ऐसे में प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर होने वाले गठबंधन में उसे सम्मिलित होने का अवसर मिलना चाहिए।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव(VIDHANSABHA CHUNAV 2022)आते ही सभी दल एक दूसरे को गठबंधन करने का ऑफर देकर सीटों के बंटवारे में लग गए हैं। बुधवार को रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (Republican Party of India)के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले (Minister of State Ramdas Athawale)ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Union Home Minister Amit Shah) से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश(uttar pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए आठ से दस सीटें मांगी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी का जनाधार पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ा है। ऐसे में प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर होने वाले गठबंधन में उसे सम्मिलित होने का अवसर मिलना चाहिए।

महात्मा ज्योतिबा फूले व अन्नाभाऊ साठे को भारत रत्न देने की मांग की
केंद्रीय मंत्री आठवले ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा में यह जानकारी दी। साथ ही बताया कि गृह मंत्री शाह से उनकी यह मुलाकात संसद भवन स्थित उनके कार्यालय में हुई। बैठक में उत्तर प्रदेश के चुनावों से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई। आठवले के मुताबिक गृह मंत्री के साथ चर्चा में उन्होंने समाज सुधारक व लेखक ज्योतिबा फुले और अन्नाभाऊ साठे के उल्लेखनीय कार्यो को देखते हुए दोनों को ही मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की।

लखनऊ में होगी आठवले की रैली
गौरतलब है कि आठवले की पार्टी पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूती देने के लिए एक बड़ा अभियान छेड़े हुए है। इसके तहत इस महीने प्रदेश के सभी मंडलों में सभाएं की गई है। साथ ही पार्टी की एक बड़ी रैली इस महीने लखनऊ में प्रस्तावित है।

कुछ समय पहले बनारस पहुंचे थे आठवले
हाल ही में आठवले बनारस पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विभागीय अफसरों से बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बाबा साहब अंबेडकर की असली पार्टी आरपीआइ ही है। साथ ही बहुजन समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बसपा को सिर्फ चुनाव लड़ने में रूचि है। वह दलित समाज को बरगला रही है।