अब्बास-मस्तान के डायरेक्शन में बनी फिल्मों में शाहरुख, प्रियंका चौपड़ा, अरबाज खान जैसे स्टार्स ने नेगेटिव रोल किए, बाद में इन भूमिकाओं से उन्होंने अवॉर्ड भी जीते।

Abbas Mastan Made The Lead Actor a Villain: बॉलीवुड में नेगेटिव रोल निभाने के लिए अक्सर विलेन और सेकंड लीड एक्टर को चुना जाता है। लेकिन डायरेक्टर जोड़ी अब्बास-मस्तान ने इसके लिए अलग रुख अख्तियार किया। उन्होंने मशहूर हीरो-हीरोइन से नेगेटिव रोल करवाए, इसके बाद ज्यादातर को इसके लिए अवॉर्ड्स भी मिले।

सलमान, अक्षय ने किया मना, शाहरुख ने लपका मौका

शाहरुख खान ने करियर की शुरुआत में अब्बास-मस्तान की फिल्म बाजीगर (1993) में नेगेटिव शेड के किरदार निभाने का जोखिम उठाया था। ये फिल्म और अजय शर्मा की किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में तरोताजा है। यह रोल शुरू में सलमान खान को ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे रिजेक्ट कर दिया। अक्षय कुमार ने भी इस किरदार के लिए मना कर दिया था। फिर अब्बास मस्तान र्स ने यह रोल शाहरुख को सौंपा बाद में इस फिल्म और किरदार के लिए शाहरुख खान को कई सारे अवार्डस मिले थे। साल 1994 में इसी मूवी के लिए किंग खान को पहला फिल्मफेयर अवार्ड मिला।

प्रियंका चोपड़ा दिखीं नेगेटिव रोल में

अब्बास-मस्तान की फिल्म ऐतराज (2004) में प्रियंका चोपड़ा ने सोनिया रॉय का नेगेटिव किरदार निभाया, जो करीना कपूर के अगेंस्ट उनकी स्टारडम को चुनौती देने वाला था। प्रियंका को किरदार के लिए तारीफ के साथ पुरस्कार भी मिले। उन्हें बेस्ट विलेन का फिल्म फेयर पुरस्कार इस मूवी के लिए मिला।

अरबाज खान, अक्षय खन्ना, बिपाशा बसु को भी विलेन बन मिली तारीफें

अब्बास मस्तान की फिल्म दरार (1996) में अरबाज खान ने विलेन का किरदार निभाया, जिसके लिए उन्हें बेस्ट नेगेटिव रोल का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला।

इसके अलावा, हमराज में अक्षय खन्ना ने भी एक बेहतरीन नेगेटिव रोल निभाया, चौथे आईफ़ा पुरस्कारों में, अक्षय खन्ना ने नेगेटिव किरदार के लिए अवार्ड दिया गया।

जबकि बिपाशा बसु ने फिल्म अजनबी में एक नकारात्मक किरदार निभाकर फिल्मफेयर का बेस्ट फीमेल डेब्यु एक्ट्रेस का पुरस्कार जीता।

अब्बास मस्तान की यह खासियत रही कि उन्होंने लीड हीरो-हीरोइन से भी नेगेटिव रोल करवाए और इसके लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला। इस प्रकार अब्बास मस्तान ने फिल्म इंडस्ट्री में नेगेटिव किरदारों के लिए नई परिभाषा बनाई, जो उनके डायरेक्शन की खास पहचान बन गई।