सार
कुमार सानू ने हाल ही में बताया कि बॉलीवुड की फिल्मों को क्यों नुकसान हो रहा है। साथ ही उन्होंने गायिकी में एक्टर्स के दखल देने पर उनकी क्लास भी लगाई।
एंटरटेनमेंट डेस्क. बॉलीवुड सिंगर कुमार सानू ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म इंडस्ट्री के बारे में बात करते हुए बताया कि फिल्मों को नुकसान का सामना क्यों करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी खुलासा किया कि फिल्म में एक्टर्स तय करते हैं कि उसमें कौन गाना गाएगा या। इन सब बारे में बात करते हुए कुमार सानू ने कहा कि वो ऐसी चीजों से परेशान हो चुके हैं।
कुमार सानू ने बताया इंडस्ट्री का सच
कुमार सानू ने कहा, 'हमारी जनरेशन बहुत लकी थी कि हमारे पास सभी चीजें थीं। अगर हमारे म्यूजिक डायरेक्टर्स आज वेस्टर्न शैली की ओर कम ध्यान देने के बजाए भारतीय संगीत संस्कृति पर ज्यादा ध्यान देते हैं, तो हम खुद को बेहतर बना सकेंगे। पावर हमेशा परफेक्ट लोगों के पास होनी चाहिए। आज एक्टर्स तय कर रहे हैं कि कौन सा सिंगर उनके लिए प्लेबैक करेगा और हमें इस तरह से दखलंदाजी से छुटकारा पाना चाहिए।'
कुमार सानू ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री को क्यों झेलना पड़ रहा नुकसान
कुमार सानू ने आगे कहा, 'आज म्यूजिक सेकेंडरी हो गया है, जबकि यह किसी समय सबसे जरूरी हुआ करता था। आजकल फिल्म मेकर्स में फिल्म मेकिंग को लेकर इतना ज्यादा ओवरकॉन्फिडेंस है कि वो कई बार अच्छे गानों को रखने के बारे में सोचते भी नहीं हैं। यही वजह है कि हमारी इंडस्ट्री को नुकसान का सामना करने पड़ रहा है।'
कुमार सानू ने 21 हजार भाषाओं में गाए हैं गाने
कुमार सानू का असली नाम सानू भट्टाचार्य है। उन्होंने 1988 में आई फिल्म 'हीरो हीरालाल' के साथ बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद वो बॉलीवुड के पॉपुलर सिंगर्स की लिस्ट में शामिल हो गए। कुमार सानू ने 2015 में आयुष्मान खुराना-भूमि पेडनेकर की फिल्म 'दम लगा के हईशा' से एक बार फिर से इंडस्ट्री में वापसी की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुमार शानू ने हिंदी, असमिया, मराठी, भोजपुरी, नेपाली, मणिपुरी, मलयालम, तमिल, पंजाबी, तेलुगु, अंग्रेजी, उड़िया, बंगाली सहित कई भाषाओं में लगभग 21 हजार गाने गाए हैं।