सिंगर ज़ुबीन गर्ग का 52 साल की उम्र में निधन हो गया, संगीतकार अनु मलिक ने उन्हें नेक दिल इंसान बताया है। वहीं उन्होंने खुलासा किया है कि असम का ये सिंगर अचानक से कहीं भी, कभी भी बेहोश हो जाता था।  

Anu Malik's reaction on Zubeen Garg's Death: जुबीन गर्ग का महज 52 साल की उम्र में निधन हो गया। टेलेंटेड सिंगर की मौत के बाद बॉलीवुड में शोक की लहर है। अब फेमस म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक ने उनके साथ बिताए पलों को याद किया है। संगीतकार ने कहा कि वे वह बहुत ही नेक इंसान थे, पहले ही पता चल जाता था कि उन्हें अचानक बेहोशी आ जाती है। अनु मलिक ने कहा कि "वह बहुत ही सौम्य और स्नेही आत्मा थे। अब इससे ज़्यादा कोई किसी के बारे में क्या बोल सकता है ?"

कैसे हुई अनु मलिक से जुबीन गर्ग पहचान

अनु मलिक ने आगे बताया कि "मैं उनसे पहली बार असम के एक व्यक्ति के ज़रिए मिली थी। मैंने उन्हें फ़िज़ा में गाना सिखाया और हमारी अच्छी बनती थी। वह अपनी बहन को लेकर बहुत भावुक थे, वे उसे एक एक्सीडेंट में खो चुके थे। उन्होंने मुझे बताया था कि वह असमिया, बंगाली, मणिपुरी, बोरो, यहां तक कि मराठी में गाने गा चुके हैं। वे मलयाली गाने भी गाते थे। उनके लाइव कॉन्सर्ट में ऑडियंस क्रेजी हो जाती थी। उनकी मौत की खबर सुनकर मन खट्टा हो गया है।"

ये भी पढ़ें- 
गुवाहाटी पहुंचा जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर, अंतिम विदाई देने उमड़ी चाहने वालों की भीड़

अचानक बेहोश हो जाते जुबीन गर्ग

अनु का दावा है कि ज़ुबीन को कुछ समय पहले कुछ हेल्थ इश्यु हुए थे। "वह मुझे अक्सर बताता था कि उसे अचानक बेहोशी आ जाती है। मैं उससे कहता था, 'जाओ और अपनी जांच करवाओ।' फिर सालों तक हमें उसका पता ही नहीं चला। उसने फ़ोन भी नहीं किया, चला गया। पहाड़ों की, अपने असम की ये आवाज बेहद सुरीली थी, उनकी आवाज अब सुनाई नहीं देगी। उनके गाने हमेशा फिजाओं में गूंजते रहेंगे।

जुबीन गर्ग को पसंद था इस मूवी का म्यूजिक

अनु ने आगे बताया, "उन्हें बॉर्डर का म्यूजिक बहुत पसंद था, वे अक्सर इसके लिए मेरी तारीफ किया करते थे। मैं उन्हें बार-बार मुंबई में रहने के लिए कहता था, उन्हें और काम मिलेगा, लेकिन वह कभी भी अपना घर नहीं छोड़ना चाहते थे। एक दिन उन्होंने मुझसे कहा, 'अनु सर, मैं मुंबई वापस नहीं आना चाहता। आप बुला लोगे तो आ जाएंगे, और गाना गाते ही निकल जाउंगा, वापस असम में, क्योंकि मुझे सोशल कामों में बहुत इंटरेस्ट कार्यों में ज़्यादा रुचि है।' वह बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने जाते थे, वह एक चैरिटी संस्था चलाते थे। मैं उनके बहुत करीब था, वह मुझे उनके द्वारा किए जा रहे कामों के बारे में बताते रहते थे।" हम उनकी कमी को महसूस करेंगे।

इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया की कि ज़ुबीन की बिना लाइफ जैकेट के समुद्र में तैरते समय मौत हो गई।

ये भी पढ़ें-

ग्रैमी पुरस्कार विनर गीतकार की प्लेन क्रेश में मौत, 500+ हिट गानों से बनाई थी पहचान