सुपरस्टार रजनीकांत कितनी बार हो चुके हैं गिरफ्तार?
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1977 में, एमजीआर ने तमिलनाडु में पहली बार चुनाव जीता और सत्ता संभाली। उसी समय, अभिनेता रजनीकांत फिल्म उद्योग में एक सफल अभिनेता के रूप में फेमस हुए। उस समय उनकी प्रिया, मुल्लुम मलरूम जैसी हिट फिल्में रिलीज हुई थीं। इसी तरह 1979 में रजनीकांत और कमल हासन अभिनीत फिल्म 'निनाइथले इनिक्कुम' रिलीज हुई थी। फिल्म की रिलीज से एक महीने पहले ही एक बड़ी खबर प्रमुख अखबारों में छपी थी।
और वह खबर थी अभिनेता रजनीकांत की गिरफ्तारी। रजनी की इस गिरफ्तारी के पीछे उस समय एक साप्ताहिक पत्रिका में सिनेमा पत्रकार के रूप में काम करने वाले जयमणि का हाथ था। जयमणि की शिकायत पर ही रजनी को गिरफ्तार किया गया था।
उस शिकायत में, जयमणि ने कहा था कि वह चेन्नई म्यूजिक अकादमी के पास खड़े थे, तभी रजनीकांत अपनी कार में वहां आए और उन्हें देखते ही उनपर कार चढ़ाने की कोशिश की। इसी शिकायत के आधार पर, 7 मार्च, 1979 को, रायपेट्टा पुलिस इंस्पेक्टर सोमसुंदरम और सब-इंस्पेक्टर बैस्टिन ने रजनी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद, उन्हें रायपेट्टा पुलिस स्टेशन में पूरी रात रखा गया। बाद में, उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
रजनी पर दो धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, रजनी ने अपना बयान भी दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि उनके पास कार चलाने का लाइसेंस नहीं था और ड्राइवर के न होने के कारण वह खुद ही कार चला रहे थे। उस दिन रास्ते में उन्हें जयमणि दिखाई दिए। उन्हें याद आया कि जयमणि ने उनके बारे में बहुत सी झूठी खबरें लिखी थीं। इसलिए वह उनके पास जाकर कार रोक दी। उनका इरादा जयमणि को मारने का नहीं था।
रजनी ने अपने बयान में कहा कि कार रोककर जैसे ही वह उतरे, जयमणि ने अपने पैर से चप्पल निकालकर उन पर हमला करने की कोशिश की। जयमणि को ऐसा करते देख उन्हें गुस्सा आ गया और उन्होंने जयमणि की कमीज पकड़ ली। इसके अलावा और कोई वजह नहीं थी। संक्षेप में, रजनी के बयान का सार यही था कि उन्होंने जयमणि को मारने की कोशिश नहीं की थी।
यह मामला शांत होने से पहले ही, तीन महीने के भीतर रजनी को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस बार, हैदराबाद में हुई एक घटना के कारण रजनी को गिरफ्तार किया गया था। वह शूटिंग के सिलसिले में हैदराबाद गए थे। वहां से चेन्नई के लिए रात 11 बजे की फ्लाइट पकड़ने के लिए रजनी हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। बताया जाता है कि वह नशे की हालत में थे और हवाई अड्डे पर हंगामा किया।
इसके बाद, हवाई अड्डे के अधिकारियों ने उन्हें वहां एक अलग कमरे में ले गए। लेकिन उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ और उन्होंने वहां सभी से झगड़ा शुरू कर दिया और गुस्से में कमरे में लगे शीशे तोड़ दिए।
इसके बाद, हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रजनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया और उनका हवाई जहाज टिकट भी रद्द कर दिया। उस समय, रजनीकांत की गिरफ्तारी की खबर अखबारों में भी छपी थी और इस पर खूब चर्चा हुई थी।
रजनीकांत की ये दोनों गिरफ्तारियां एमजीआर के शासनकाल में हुई थीं। इसके बाद, रजनीकांत ने फिल्मों में राज करना शुरू कर दिया और एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में देकर तमिल सिनेमा के सुपरस्टार बन गए। के. बालचंदर ने शराब के आदी रजनी को समझाया और उन्हें सही रास्ते पर लाए। बालचंदर की बात मानकर रजनी ने शराब छोड़ दी। इतना ही नहीं, वह शुद्ध शाकाहारी भी बन गए।