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कार के शीशे पर स्टाइल या धौंस जमाने के लिए अगर लगाया गुर्जर-ब्राह्मण का स्टीकर तो हो जाएं अलर्ट
ऑटो डेस्क : अक्सर हमने देखा है कि लोग अपनी गाड़ियों के पीछे अपने सरनेम बड़े-बड़े अक्षरों में लिखवा लेते हैं। कोई ऐसा करके स्टाइल दिखाता है, तो कोई अपनी जाति लिखवाकर अपनी ठाठ लोगों के ऊपर जमाता है। लेकिन अब, उत्तर प्रदेश में गाड़ियों पर जातीय स्टीकर लगाने वालों की खैर नहीं होगी। दरअसल, पीएमओ के निर्देश के बाद परिवहन विभाग ने जारी आदेश किया है कि ऐसा करने वालों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद से गुर्जर-ब्राह्मण समेत अन्य जाति सूचक स्टीकर लगाने वालों के ऊपर सख्ती की जा रही है और उनपर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।
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अगर आप भी उत्तर प्रदेश की सड़कों पर गाड़ी चला रहे हैं, तो थोड़ा संभल जाइए, क्योंकि आपकी एक गलती की वजह से आपके ऊपर सख्त कार्रवाई हो सकती है।
(फोटो सोर्स- गूगल)
जी हां अगर यूपी की सड़कों पर पुलिस आपको रोके, तो एक बार अपने गाड़ी के पीछे लगे स्टीकर पर जरूर नजर डाल लें, क्योंकि अगर आपने किसी जाति का स्टीकर अपनी गाड़ी पर लगाया है, तो इसके लिए आपको फाइन देना पड़ सकता है।
(फोटो सोर्स- गूगल)
योगी सरकार ऐसी सभी गाड़ियों पर कार्रवाई कर रही है, जिसपर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया गया है। यानी अगर आप भी अपनी जाति अपनी गाड़ी पर लिखवाकर ठाठ जमाते हैं, तो ये अब आपकी जेब पर भारी पड़ेगा।
(फोटो सोर्स- गूगल)
हाल ही में महाराष्ट्र के टीचर हर्षल प्रभु ने इसी प्रकार से जाति सूचक शब्द गाड़ी पर लिखवाने की शिकायत प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) से की थी। इसके बाद पीएमओ ने ऐसी गाड़ियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिए।
(फोटो सोर्स- गूगल)
इसके बाद से यूपी पुलिस ऐसे वाहनों की धर-पकड़ करने का अभियान चला रही है, जिसके ऊपर जातिसूचक स्टीकर लगे हुए है। आमतौर पर लोग अपनी गाड़ियों के नेमप्लेट पर जाट, यादव, गुर्जर, क्षत्रिय, राजपूत, पंडित, मौर्य जैसे जाति सूचक नाम लिखवा कर चलते हैं।
(फोटो सोर्स- गूगल)
वहीं, मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार किसी भी गाड़ी के नंबर प्लेट या कहीं और नाम लिखवाना गैरकानूनी है। बता दें कि नंबर प्लेट पर नाम का इस्तेमाल केवल संवैधानिक पदों पर बैठे कर्मचारी अपने आधिकारिक वाहन पर कर सकते हैं। इसके अलावा अन्य प्राइवेट गाड़ियों में नाम लिखवाने की अनुमति किसी को भी नहीं है।
(फोटो सोर्स- गूगल)
इस तरह गाड़ी पर अपनी जाति का नाम लिखवाकर लोग यातायात के नियमों को तो तोड़ते ही हैं साथ ही जाति को लेकर होने वाली हिंसा को बढ़ावा भी देते हैं। ऐसे कई मामले यूपी में बहुत बार देखे गए है।
(फोटो सोर्स- गूगल)