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पूरी रात गंगा में तैरती रही, मछुआरों ने समझा लाश..लेकिन जिंदा थी महिला, 10 किमी दूर तक बहती गई वो
पटना (बिहार). पूरे देश में इस समय हाड़ कंपाने वाली कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जहां पानी को छूना तो दूर देखने कि भी हिम्मत नहीं होती। वहीं बिहार से एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया है, जिसे कोई चमत्कार कह रहा है तो कोई भूत बताने लगा, लेकिन घटना रोंगटे खड़े कर देने वाली थी। यहां हड़कंप उस समय मच गया जब लोगों को पूरी रात गंगा के बर्फ जमा देने वाले ठंडे पानी में एक महिला तैरती मिली। मधुआरों ने पहले देखा तो उनको लगा कि यह किसी की लाश है, लेकिन पास गए तो वह जिंदा थी। पढ़िए चमत्कारिक कहानी..जो सच है..
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दरअसल, हैरत में डाल देने वाली यह शॉकिंग घटना वैशाली जिले महनार थाना क्षेत्र से सामने आई है। जहां 12 घंटे तैरने के और 10 किलोमीटर दूर तक पहुंचने के बाद मधुआरों ने एक महिला को तैराकी टीम की मदद से बाहर निकाला। अब महिला पूरी तरह से होश में है।
मछुआरों ने बताया कि वह शनिवार को 5 से 7 लोगों के साथ गंगा नदी किनारे मछली पकड़ रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर उस पानी पर पड़ी जहां हिलौरे खा रहा था। जब उन्होंने ध्यान से देखा तो वहां पर एक अधेड़ उम्र की महिला तैरती दिख रही थी। पहले तो कुछ लोगों ने कहा कि वह मर गई है, उसको निकालने का कोई फायदा नहीं है। लेकिन पास गए तो सांसे चल रहीं थी। इसके बाद तैराकी टीम की मदद से उसे बाहर निकाल लिया और उसे जिंदा बचाया।
महिला पूरी तरह ठिठुरी हुई थी, जिसके बाद लोगों ने आग जलाकर उसे थोड़ी राहत दी। इसके बाद उसे होश में आने के बाद पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती काराय गया। जहां अब उसकी हालत पूरी तरह से ठीक बताई जा रही है। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस टीम ने मौक पर पहुंची जहां उसकी पहचान की। साथ ही इस घटना के बारे में पूछताछ की।
जानकारी के मुताबिक, महिला का नाम अनिता देवी है और वह राघोपुर दियारा गांव की रहने वाली है। होश आने पर उसने बताया कि वह शुक्रवार शाम को गंगा नदी पर बने पीपा पुल से एक ऑटो में सवार होकर अपने रिश्तेदार के यहां जा रही थी। इसी दौरान उसे चक्कर आने लगे तो वह ऑटो से उतर गई और पुल पर बैठ गई। जिसके बाद वो बेहोश होकर पुल से पानी मे गिर गई।
महिला न बताय कि वह अपनी जान बचान के लिए काफी देर तक चीखी, लेकिन कोई नहीं आया। इसके बार हिम्मत बांधी और रातभर तैरती रही। पुल से करीब 10 किलोमीटर दूर सुबह मछुआरों की एक टोली मुझे देखा और पानी से बाहर निकाल लिया।