रिटायर्ड टीचर की बेटी बनी जज, ऐसे संघर्षों से मिली सफलता, दिए सफलता के ये टिप्स
मुंगेर(Bihar). जब मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिल मिलते देर नहीं लगती है। बस लक्ष्य पर केन्द्रित होकर सही दिशा में आगे बढ़ा जाए। मंगलवार को आए बिहार PCS-j के रिजल्ट में मुंगेर के जमालपुर की रहने वाली दीक्षा मंडल ने पहले ही प्रयास में 272 वीं रैंक हासिल करके अपने परिवार के साथ ही जिले का नाम भी रोशन किया है। दीक्षा के पिता रिटायर्ड शिक्षक हैं।
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मुंगेर के जमालपुर के दौलतपुर निवासी रिटायर्ड शिक्षक दिगंबर कुमार उर्फ रोहित की बेटी दीक्षा मंडल ने सामान्य वर्ग में 272वीं रैंक हासिल की है। दीक्षा को ये सफलता पहले ही प्रयास में मिली है।
दीक्षा के पिता दिगम्बर कुमार और माता सीमा दोनों ने ही वकालत की पढ़ाई की है। उनका भी सपना न्यायिक सेवा में जाने का था लेकिन वह पूरा नहीं हो सका। उन्होंने बेटी को वकालत की पढ़ाई करवाई और बेटी ने जज बनकर उनका सपना पूरा कर दिखाया है।
दीक्षा ने वर्ष 2015 में जमालपुर के नोट्रेडेम एकेडमी से 12वीं करने के बाद चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी पटना से वकालत की पढ़ाई की। 2020 में 31वीं बिहार न्यायिक सेवा की वैकेंसी मेफॉर्म भरने के बाद उन्होंने जमकर पढ़ाई की और लिखित परीक्षा पास कर ली। वहीं, 2021 के जुलाई महीने में मेन्स परीक्षा आयोजित हुई थी, जिसका फाइनल रिजल्ट मंगलवार को आया है।
दीक्षा ने बताया कि उसकी इस सफलता में माता-पिता, बहन, दोस्त और शिक्षक सभी का योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि माता-पिता दोनों ने ही वकालत की पढ़ाई की थी, इसलिए वकालत पढ़ने की इच्छा थी। ऐसे दौर में जब बेटियों पर तमाम पाबंदियां लगाई जाती हैं, एक छोटे से जिले से आने के बाद भी मेरे परिवार ने मुझे पढने की पूरी छूट दी।
दीक्षा ने कहा मुझे कभी किसी तरह का बंधन नहीं रहा। अगर आप लड़की हैं और पढ़ना चाहती हैं तो जब भी किसी अच्छे काम के लिए बाहर जा रही हैं तो समाज क्या कहेगा, ये सब सोचने की जरूरत नहीं है। दीक्षा ने सभी छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि बस मन लगाकर पढ़ते रहें। समाज में कौन क्या कह रहा है, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।