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आधार कार्ड के जरिए भी हो सकती है धोखाधड़ी, जानें इससे इससे बचने के जरूरी तरीके
बिजनेस डेस्क। आधार कार्ड (Aadhaar Card) आज देश के नागरिकों के लिए सबसे जरूरी दस्तावेज बन गया है। इसके बिना न तो बैंक में खाता खुलवाया जा सकता है, न ही किसी तरह की सरकारी योजना का लाभ लिया जा सकता है। इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के बाद रिफंड भी आपके खाते में तभी आ सकता है, जब आपका अकाउंट आधार से जुड़ा हुआ हो। बैंक से कर्ज लेने के लिए भी इसकी जरूरत पड़ती है। ऐसे में, आजकल आधार के जरिए धोखाधड़ी की घटनाएं भी होने लगी हैं। इसके अलावा, आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल भी किया जा रहा है। जानें इसके बारे में।
(फाइल फोटो)
| Published : Dec 06 2020, 09:30 AM IST
आधार कार्ड के जरिए भी हो सकती है धोखाधड़ी, जानें इससे इससे बचने के जरूरी तरीके
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आधार कार्ड की फोटो कॉपी या ऑरिजिनल आधार कार्ड से किसी भी बैंक में खाता नहीं खुलवाया जा सकता। बैंक में खाता खुलवाने की एक प्रक्रिया होती है और इसके लिए वेरिफिकेशन पूरा करना पड़ता है। इसलिए आधार कार्ड मिल जाने से ही कोई बैंक में अकाउंट नहीं खुलवा सकता। फिर भी इस तरह की धोखाधड़ी करने की कोशिश लोग करते हैं। इससे वास्तविक आधार कार्डधारी को कोई नुकसान नहीं हो सकता। अगर दूसरे के आधार कार्ड के जरिए कोई बैंक में खाता खुलवाता है, तो इसे बैंक की गलती माना जाएगा। (फाइल फोटो)
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अगर आप किसी काम के लिए अपने आधार कार्ड की कॉपी किसी को देते है, तो उसे आप चेक की तरह क्रॉस करके दें। ऐसे में, कोई व्यक्ति आपके आधार कार्ड से फ्रॉड करने की कोशिश करेगा, तो आधार कार्ड क्रॉस होने की वजह से नहीं कर सकेगा। (फाइल फोटो)
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बैंक के या दूसरे किसी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप किसी अनजान व्यक्ति के साथ अपने जरूरी दस्तावेजों की जानकारी साझा नहीं करें। बैंकों का मानना है कि ज्यादातर फ्रॉड के मामले उन्हीं लोगों के साथ होते हैं, जो गलती से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड का नंबर, ओटीपी, पासवर्ड या पिन किसी के साथ साझा करते हैं। इनकी तरह ही आधार कार्ड की जानकारी भी साझा नहीं करनी चाहिए। जहां जरूरी हो, वहीं इसकी जानकारी देनी चाहिए। (फाइल फोटो)
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यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) की वेबसाइट के मुताबिक, आधार कार्ड से किसी शख्स की पहचान कर उसको आर्थिक नुकसान पहुंचाने का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है। वहीं, आधार प्लेटफॉर्म पर रोज करीब 3 करोड़ आधार नंबर को अलग-अल सेवाओं के लिए प्रमाणित किया जा रहा है। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सिस्टम में लगातार बदलाव किए जाते हैं। (फाइल फोटो)
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सवाल उठता है कि अगर आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल संभव नहीं है, तो UIDAI लोगों से सोशल मीडिया पर आधार कार्ड का नंबर डालने से क्यों मना करती है। इसकी वजह यह है कि अपने दस्तावेजों की जानकारी सोशल मीडिया पर देना सही नहीं है। इससे जालसाजों की निगाह में आप आ सकते हैं। (फाइल फोटो)